Wednesday, October 16, 2024
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मुस्लिम दबंगों ने दलित महिला को पीट कर जमीन कब्जाने की करी कोशिश: वीडियो वायरल, एक्शन में UP पुलिस

वीडियो में रत्ना देवी के पति अपने घर के सामने रहने वाले जाहिद अली, चाँद अली, सत्तार अली, पीर अली और सुबराति की घर की ओर इशारा करके बताते हैं कि ये लोग ही इनकी जमीन पर अतिक्रमण करना चाहते हैं। रत्ना देवी का कहना है कि गाँव का प्रधान भी...

उत्तर प्रदेश में एक जिला है बलरामपुर। यहाँ के गाँव शेखापुर पचीठे में एक दलित महिला अपने परिवार के साथ रहती हैं। नाम है रत्ना देवी उर्फ गुड़िया। यह गाँव छोड़ कर जाना चाहती हैं। कारण है – मुस्लिम दबंगों जाहिद अली, चाँद अली, सत्तार अली, पीर अली और सुबराति के द्वारा इनको तंग किया जाना, इनके साथ मार-पीट करना, इनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश करना।

रत्ना देवी उर्फ गुड़िया ने आरोप लगाया है कि मुस्लिम दबंगों ने उनकी जमीन पर कब्जा करने के उद्देश्य से उनके साथ मार-पीट की है। उनका यह भी आरोप है कि जब वो इस मामले को लेकर प्रशासन के पास गईं तो उचित कार्रवाई नहीं की गई। साथ ही इन्होंने गाँव के प्रधान पर भी आरोप लगाया कि वो भी भू-माफियाओं के साथ मिला हुआ है।

इस मामले का एक वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में रत्ना देवी उर्फ गुड़िया ने खुद को पासवान जाति का बताया है और अपने ऊपर किए जा रहे अत्याचार की बात विस्तार से बताई है।

रत्ना देवी ने आरोप लगाया है कि पानी पटाने को लेकर उनके मर्द (पति) और बच्चों को आरोपितों ने लतार-लतार (पैर से) कर मारा है। इतना ही नहीं, उन्होंने बाल पकड़-पकड़ कर उठा कर पटक भी दिया है।

वीडियो में रत्ना देवी के पति अपने घर के सामने रहने वाले जाहिद अली, चाँद अली, सत्तार अली, पीर अली और सुबराति की घर की ओर इशारा करके बताते हैं कि ये लोग ही इनकी जमीन पर अतिक्रमण करना चाहते हैं। रत्ना देवी का कहना है कि गाँव का प्रधान भी मुस्लिम आरोपितों के साथ मिल कर कह रहा है कि ये लोग गाँव छोड़ कर चले जाएँ।

वीडियो वायरल होने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए यूपी पुलिस को सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इसके बाद पुलिस और प्रशासन हरकत में आई।

बलरामपुर के एसपी और डीएम दोनों ने खुद पीड़िता के घर पहुँच कर उनसे बात की। वीडियो में स्पष्ट सुना जा सकता है कि एसपी पीड़िता को आराम से रहने का आश्वासन दे रहे हैं। साथ ही पूछते हैं कि कोई परेशान तो नहीं कर रहा है? और संबंधित थाने के अधिकारी से भी इस बात को ध्यान में रखने को कहते हैं।

एसपी की बात पर थाने के अधिकारी उन्हें और पीड़ित परिवार को आश्वस्त करते हैं कि वो दिन-रात उनकी सुरक्षा में लगे हैं। खुद पीड़ित महिला ने भी अपनी बात रखते हुए कहा कि जब से यह पुलिस अधिकारी (वीडियो में दिख रहे) आए हैं, तब से मदद कर रहे हैं और वो कार्रवाई से संतुष्ट हैं।

पीड़ित महिला रत्ना देवी उर्फ गुड़िया ने एसपी और डीएम के सामने यह बात रखी कि जैसे सबके घरों के आगे खाली जगह है, वैसे ही उनके घर के आगे भी जगह खाली रहे। और जो भी अतिक्रमण उन्होंने अपने घर के आगे कर रखा है, वो उसे हटा लेंगी लेकिन यह सभी घरों के सामने से हटना चाहिए।

इसके पहले 6 दिसंबर को बलरामपुर पुलिस ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए बताया था कि यह दो पक्षों में जमीन का विवाद है। इसमें राजस्व विभाग द्वारा नोटिस भी दिया जा चुका है और यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है। साथ ही पुलिस ने यह भी लिखा था कि यह वीडियो पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए बनाया गया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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