Tuesday, November 12, 2024
Homeदेश-समाज'तुम बिना कपड़ों के सोती हो?' - ईसाई मिशनरी स्कूलों में 'उपदेश' देने वाला...

‘तुम बिना कपड़ों के सोती हो?’ – ईसाई मिशनरी स्कूलों में ‘उपदेश’ देने वाला डायरेक्टर, करता है छात्राओं का पीछा

9वीं की एक छात्रा से उसने कहा कि जब बारिश के दिनों में वो खेल रही थी तो उसके कपडे भींग गए थे और उसके शरीर से चिपक रहे थे। एक अन्य लड़की से उसने पूछा कि क्या तुम कभी नंगा (फिर समझाते हुए कि 'बिना कपड़ों के?') सोती हो?

ट्विटर यूजर जोएल गिफ़्ट्सन ने ट्विटर पर एक थ्रेड के जरिए ईसाई मिशनरी स्कूलों के बारे में बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने लिखा कि ईसाई मिशनरी स्कूलों में पढ़ाई करने वालों को ‘स्क्रिप्चर यूनियन’ नामक संस्था के बारे में पता होगा – जो एक ईसाई मिशनरी संस्था है और दुनिया भर के ईसाई मिशनरी स्कूलों में उपदेश देता है। अब इसी ईसाई मिशनरी संस्था के एक अधिकारी द्वारा नाबालिग छात्राओं को आपत्तिजनक मैसेज भेजने की बात सामने आई है।

उन्होंने लिखा कि सैम जयसुंदर तमिलनाडु में कई वर्षों तक ‘स्क्रिप्चर यूनियन’ का डायरेक्टर था। ये कई ईसाई मिशनरी स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं को आपत्तिजनक मैसेज भेजते हुए उन्हें वीडियो कॉल करने और अकेले में मिलने की माँग करते हुए उन्हें आलिंगन करने की इच्छा जता रहा था। उन्होंने बताया कि ये सब 2016 से ही चल रहा है और अब कई लड़कियों ने आगे आकर इसका खुलासा किया है।

अब तक उस पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई भी नहीं की गई है। कई छात्राओं और उनके माता-पिता ने आवाज़ उठाई है कि सैम जयसुंदर नाबालिग लड़कियों को आपत्तिजनक मैसेज भेजता है। वो भारत के ईसाई मिशनरी स्कूलों में जीसस और गॉस्पेल के बारे में पढ़ाता है। साथ ही उस पर लड़कियों पर अश्लील टिप्पणियाँ करने के आरोप भी हैं। लड़कियों ने कई बार उसकी शिकायत भी की लेकिन ‘स्क्रिप्चर यूनियन’ का सदस्य होने के कारण उस पर कार्रवाई नहीं हुई

कई लड़कियों ने सोशल मीडिया पर बताया है कि वो एक ‘पीडोफाइल’ और ‘प्रिडेटर’ है। लड़कियों ने कहा है कि इस मामले में दो तरफ का कोई पक्ष ही नहीं है क्योंकि कई लड़कियों ने उसके इस व्यवहार का सामना किया है। लड़कियों ने उन लोगों पर भी निशाना साधा, जो सैम जयसुंदर का बचाव कर रहे हैं। इंस्टाग्राम और व्हाट्सप्प पर स्टोरीज लगा कर इन लड़कियों ने कहा कि जो भी पीड़ित आरोपित के खिलाफ सामने आ रही हैं, वो काफी बहादुरी का कार्य कर रहीं।

साथ ही जोएल गिफ्टसन ने कई मैसेजों का स्क्रीनशॉट्स भी शेयर किया, जो ‘स्क्रिप्चर यूनियन’ के लोगों ने उन लड़कियों को भेजे थे। एक मैसेज में संस्था का एक व्यक्ति एक लड़की को स्कर्ट में अपनी ‘सुंदर तस्वीर’ भेजने को कह रहा है। एक अन्य लड़की से सैम जयसुंदर ‘साइड वाली तस्वीर’ भेजने को कह रहा है। इसके अलावा एक लड़की को उसने लिखा, “तुमने मेरी तस्वीरें लाइक की हैं, जिससे मुझे ख़ुशी हुई। अब अपनी सबसे क्यूट सी तस्वीर मुझे भेजो।

एक लड़की से उसने पूछा कि क्या तुम कभी नंगा (फिर समझाते हुए उसने फिर पूछा- ‘बिना कपड़ों के?’) सोती हो? साथ ही वो लड़कियों को ‘स्वीटी’ कहते हुए उनसे फ्री होकर उससे बात करने को कहता भी दिख रहा है। एक 14 वर्षीय लड़की से उसने पूछा कि क्या वो और उसके साथी लड़का-लड़की एक-दूसरे को गले लगाते हैं? सैम ने नाबालिग से पूछा कि क्या किसी ने उसे आलिंगन में लिया है या किस किया है?

9वीं वर्ग की एक छात्रा से उसने कहा कि जब बारिश के दिनों में वो खेल रही थी तो उसके कपड़े भींग गए थे और उसके शरीर से चिपक रहे थे। एक लड़की को अपने बारे में बताते हुए उसने कहा कि चौथी वर्ग की एक छात्रा ने उसे गले लगाया था और किस भी किया था। उसने कहा कि उस लड़की के पिता नहीं हैं, वो उसे पसंद आई। एक छात्रा से उसने कहा कि वो ‘छोटे स्कर्ट्स में’ एकदम क्यूट दिख रही थी।

वो छात्राओं को अपने फोन नंबर देकर उन्हें कॉल करने को भी कहता था और कहता था कि वो उसकी आवाज़ सुनना चाहता है। साथ ही एक रुबेन क्लेमेंट नामक व्यक्ति का भी स्क्रीनशॉट वायरल हुआ है, जो ‘स्क्रिप्चर यूनियन’ से ही जुड़ा हुआ है। एक मैसेज में वो एक लड़की से पूछ रहा है कि उसके ‘पसंदीदा नाइट ड्रेस’ कौन सा है। वहीं सैम लड़कियों से उनके ‘बॉयफ्रेंड’ के बारे में भी पूछा करता था।

एक लड़की से उसने पूछा कि वो अपने पिता के साथ क्यों सोई हुई है? एक अन्य छात्रा से उसने ऐसी ड्रेस में तस्वीर भेजने को कहा, जिसमें उसका टीशर्ट ‘एक कंधे से नीचे’ लटक रहा हो। साथ ही उसने पूछा कि उसने अंतिम बार किस कब किया था? वो कई महीनों और सालों तक लड़कियों के पीछे पड़ा रहता था और उन्हें मैसेज भेजता रहता था। अधिकतर मैसेजों में वो तस्वीरों की डिमांड्स ही करता था।

बता दें कि मिशनरी स्कूलों में और चर्चों में यौन शोषण की कई ख़बरें अक्सर सामने आती रहती हैं और अधिकतर मामलों में आरोपित इतने पॉवरफुल होते हैं कि उन पर कार्रवाई नहीं होती। केरल की नन सिस्टर लूसी कलाप्पुरा ने अपनी आत्मकथा में खुलासा किया था कि पादरी और बिशप अपने पदों का दुरूपयोग करते हुए ननों के साथ जबरदस्ती यौन सम्बन्ध बनाते हैं। वो इसके लिए कई ननों की जबरन सहमति भी लेते हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

आदिवासी लड़कियों से निकाह करके जमीन नहीं हथिया पाएँगे ‘घुसपैठिए’, अमित शाह ने झारखंड में किया वादा: सरकार आने पर बनेगा कानून

गृह मंत्री अमित शाह ने यहाँ यह भी वादा किया कि जो जमीन पहले घुसपैठिए कब्जा चुके हैं, उसे भी कमिटी बनाकर खाली करवाया जाएगा और इन घुसपैठियों को बाहर भगाया जाएगा।

भूत-प्रेत का डर दिखाकर रफीक करता था महिलाओं का यौन शोषण, राजस्थान पुलिस ने पकड़ा: मीडिया ‘तांत्रिक’ लिख कर रहा हिंदुओं को बदनाम

बंगाल का रफीक राजस्थान में झाड़-फूँक के बहाने महिलाओं का उत्पीड़न करता था और मीडिया उसे 'तांत्रिक बाबा' बताकर दिखा रही है कि ये काम किसी हिंदू का है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -