Saturday, July 27, 2024
Homeदेश-समाजकुदरत का कहर: हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में फटा बादल, बाढ़ के हालात में...

कुदरत का कहर: हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में फटा बादल, बाढ़ के हालात में सड़कें और कई कारें क्षतिग्रस्त

सोशल मीडिया पर हिमाचल के चंबा का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें आप खुद कुदरत को कहर ढाते हुए देख सकते हैं। इसके अलावा कई तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसमें कार पत्थरों में धँसी हुई नजर आ रही है। पानी का बहाव काफी तेज है।

एक ओर देश में कोरोना की दूसरी लहर बेकाबू हो गई है। हर रोज कोरोना वायरस की चपेट में आकर लोग मर रहे हैं। दूसरी तर​फ हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में फिर से कुदरत का कहर देखने को मिला है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के मेहला ब्लॉक में मंगलवार (4 मई, 2021) को बादल फटा है। वहाँ मूसलाधार बारिश हो रही है। बारिश और बादल फटने से बाढ़ की स्थिति हो गई है। सड़कों के साथ कई कारें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। वहीं, उत्तराखंड के उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ इलाके में सोमवार (3 मई, 2021) को बादल फटने से दहशत मच गई।

सोशल मीडिया पर हिमाचल के चंबा का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें आप खुद कुदरत को कहर ढाते हुए देख सकते हैं। इसके अलावा कई तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसमें कार पत्थरों में धँसी हुई नजर आ रही है। पानी का बहाव काफी तेज है।

कार पत्थरों में धंसी हुई

चंबा जिले में बादल फटने से सड़कों और वाहनों के काफी नुकसान पहुँचा है। शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 8 PWD सड़कें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इसके अलावा चंबा में 3 DTR और 3 जल आपूर्ति योजनाएँ भी बड़े स्तर पर प्रभावित हुईं है।

बताया जा रहा है कि कृषि और बागवानी को भी काफी नुकसान पहुँचा है। वहीं अतिरिक्त उप आयुक्त, मुकेश रेपसवाल का कहना है कि जानमाल के नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। जिले में स्थिति नियंत्रण में है।

उन्होंने आगे बताया कि सोमवार देर रात हुई बारिश की वजह से 3 पंचायतों में काफी नुकसान पहुँचा है। एक जगह बादल फटा जहाँ पर एक घर को काफी नुकसान हुआ है। प्रशासन की टीमें प्रभावितों के पास पहुँच रही हैं। साथ ही पंचायत प्रतिनिधियों के साथ मिलकर, जहाँ-जहाँ लोग प्रभावित हुए हैं, उनको फौरन राहत पहुँचाई जा रही है। इस पूरे मामले पर प्रशासन अपनी नजर बनाए हुए है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बांग्लादेशियों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर झारखंड पुलिस ने हॉस्टल में घुसकर छात्रों को पीटा: BJP नेता बाबू लाल मरांडी का आरोप, साझा की...

भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर हेमंत सरकार की पुलिस ने उन्हें बुरी तरह पीटा।

प्राइवेट सेक्टर में भी दलितों एवं पिछड़ों को मिले आरक्षण: लोकसभा में MP चंद्रशेखर रावण ने उठाई माँग, जानिए आगे क्या होंगे इसके परिणाम

नगीना से निर्दलीय सांसद चंद्रशेखर आजाद ने निजी क्षेत्रों में दलितों एवं पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण लागू करने के लिए एक निजी बिल पेश किया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -