देश में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण और उससे उपजे डर के कारण मास्क की कालाबाजारी चरम पर है। इस कालाबाजारी के आलम में सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों से भी मास्क गायब होने की खबरें आनी शुरू हो गईं हैं। वाकया जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल का है, जहाँ से मीडिया खबरों के अनुसार तकरीबन ढाई लाख से ज्यादा मास्क गायब हो गए हैं। इन गायब हुए मास्क की कीमत लगभग 11 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
बताया जा रहा है कि गायब हुए मास्क एन-95 क्वालिटी के हैं और काफी महँगे आते हैं। ऐसे एक मास्क की कीमत अभी 450 रुपए बताई जा रही है। यानी कि ऐसे ढाई लाख मास्क गायब होने का मतलब है अस्पताल प्रशासन को 11 करोड़ रुपए से अधिक का चूना लगना। ये मास्क कहाँ और कैसे गायब हो गए, इसकी खबर किसी को नहीं है। इसके संबंध में एक जाँच कमिटी बनाई गई है।
मामले में मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ सुधीर भंडारी ने कहा कि डॉक्टरों से जानकारी माँगी गई है। एसएमएस अस्पताल में डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ, आइसोलेशन में काम करने वालों के लिए मास्क की डिमांड की गई थी। पिछले कुछ दिनों में तीन लाख से अधिक मास्क आए, लेकिन अब फिर से डिमांड की जाने लगी। अब सभी डॉक्टर्स और जिम्मेदारों से इस संदर्भ में जानकारी ली जा रही है कि किसने, कितने मास्क और कब-कब लिए।
सबसे हैरत की बात यह है कि जिन डॉक्टरों और नर्सिंग स्टॉफ के लिए मास्क खरीदी गई थी, वो कहते हैं कि हम तो खुद के स्तर पर मास्क मँगा रहे। अस्पताल में मास्क की कमी का आलम यह है कि जिस 4-F वार्ड में कोरोना संक्रमित पेशेंट भर्ती किया जा रहा है, वहाँ के भी रेजीडेंट डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ को अच्छी क्वालिटी के मास्क नहीं दिए गए। यहाँ तक कि उनके लिए सेनेटाइजर भी अस्पताल ने उपलब्ध नहीं करवाया।
Meanwhile Congress government was busy in "haath ki safai" in Rajasthan. N-95 mask worth 11 crore goes missing in SMS Jaipur. pic.twitter.com/UiVvDYMZpm
— Deepak Joshi (@Joshideepak3) March 23, 2020
इस खबर से जुड़ा एक ट्विस्ट और है। कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी का मास्क को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधना। लेकिन उनकी ही पार्टी की सरकार राजस्थान में है, जहाँ ‘मास्क घोटाला’ किया जा रहा है और उन्हें पता ही नहीं! तभी लोग सोशल मीडिया पर राहुल गाँधी को लेकर निशाना भी साधने लगे।