उत्तर-पूर्वी दिल्ली का शिव विहार वह इलाका जहाँ राजधानी पब्लिक स्कूल है। 2020 के दंगों के दौरान इसी स्कूल की छत पर वह गुलेल लगी थी जिससे पेट्रोल बम दागकर हिंदुओं और उनकी संपत्ति को निशाना बनाया गया था। इसी इलाके में अनिल स्वीट्स है, जिसमें काम करने वाले दिलबर नेगी की निर्मम हत्या की गई थी। यहाँ की दो पार्किंग में खड़ी गाड़ियों को भी उस समय फूँक दिया गया था। शिव विहार चौराहे पर स्थित झुग्गियों में भी लूट और आगजनी की गई थी।
दो साल बाद भी इन झुग्गियों में रहने वाले उससे उबर नहीं पाए हैं। मुआवजे के तौर पर इन्हें 25-25 हजार के चेक मिले थे। इस जगह की मौजूदा स्थिति आप नीचे के वीडियो में देख सकते हैं;
इन झुग्गियों में रहने वाले लोगों के अनुसार उन्हें सबसे बड़ी मदद बीजेपी नेता कपिल मिश्रा से मिली। स्थानीय लोगों ने बताया, “कपिल मिश्रा ने 65 हजार के तिरपाल और पन्नी मँगा कर दिए। तखत, बर्तन, गैस चूल्हा और घर-गृहस्थी के सामान दिलवाए। पर्याप्त मात्रा में राशन भी दिए।” अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार से किसी तरह की मदद मिलने के बाबत पूछे जाने पर इनलोगों का कहना था कि AAP के विधायक हाजी यूनुस से मदद मिलना तो दूर की बात है। वे उन्हें यहाँ से हटाने की कई बार चेतावनी दे चुके हैं। इससे डरकर वे कभी उनके पास नहीं जाते। इनलोगों ने बीजेपी सांसद मनोज तिवारी से भी व्यक्तिगत तौर पर मदद मिलने की बात बताई।
जहाँ जला दी गई थीं सैकड़ों गाड़ियाँ
शिव विहार तिराहे के पास स्थित दो पार्किंग स्पेस में खड़ी सैकड़ों गाड़ियाँ भी दिल्ली दंगों के दौरान जला दी गई थी। इनमें से एक राजधानी स्कूल के करीब स्थित है। इसके मालिक ने बात करने से इनकार करते हुए कहा, “अब जाने दीजिए हमें तो कुछ दंगों ने बर्बाद किया है और कुछ कोरोना ने।” अब यह पार्किंग स्पेस मैरिज लॉन के रूप में बदल चुका है।
पार्किंग के मौजूदा हालात को आप नीचे के वीडियो में देख सकते हैं;
दंगों में निशाना बने एक अन्य पार्किंग के मालिक हमें नहीं मिले। इस पार्किंग को भी अब मैरिज लॉन का रूप दे दिया गया है।
इस पार्किंग एरिया के मालिक गजेंद्र परिहार ने बीते साल ऑपइंडिया को बताया था, “अब वे पार्किंग नहीं चलाते हैं। दंगों का डर अब उतना तो नहीं रहा। लेकिन असर बना हुआ है।” दिल्ली दंगों के दौरान गजेंद्र का कुल 13 लाख रुपए का नुकसान हुआ था। शिव विहार के दोनों पार्किंग एरिया में ही करीब 170 गाड़ियाँ फूँक दी गई थीं।