Tuesday, March 19, 2024
Homeदेश-समाजबांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों को गोद लेने की योजना शुरू: 1 दिन से...

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों को गोद लेने की योजना शुरू: 1 दिन से 1 साल तक कोई भी दे सकता है योगदान

वन्यजीव विभाग के मुख्य सचिव आलोक कुमार के अनुसार, वन विभाग ने पर्यटकों और वन्यजीव प्रेमियों को हाथियों के साथ फिर से जोड़ने के उद्देश्य से योजना शुरू की है जो उन्हें दर्शनीय स्थलों की यात्रा के दौरान जॉय राइड पर ले जाता है और महामारी के बीच हाथियों के रखरखाव के लिए धन का भी इंतजाम हो जाता है।

मध्य प्रदेश वन विभाग ने एक अनूठी योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत हाथियों से विशेष लगाव रखने वाले लोग इन्हें गोद ले सकेंगे। वन्य प्राणी संरक्षण के लिए यह अभियान बांधवगढ़ में पहली बार शुरू हो रहा है। अब कोई भी बांधवगढ़ के हाथियों को गोद ले सकता है। इसके लिए उनके भोजन की जिम्मेदारी लेनी होगी।

यह जरूरी नहीं कि पूरे साल के लिए हाथियों को गोद लिया जाए। महीने, तीन महीने, छ: महीने का भी खर्च उठा सकते हैं। कोई भी व्यक्ति एक दिन से लेकर एक वर्ष तक हाथियों को गोद ले सकता है। उनमें से हाथियों के खान पान, दवाई, उपकरण ट्रेनिंग के खर्चे हेतु 500 रूपए प्रति दिन से लेकर 1.50 लाख तक राशि दान कर सकते है।

बांधवगढ़ के हाथियों को गोद लेने में कई लोगों ने दिलचस्पी दिखाई है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 13 हाथियों के साथ दो हाथियों गौतम (74 वर्षीय) और तूफान (69 वर्षीय) को गोद लेने के लिए दिया जा रहा है।

वन, वन्यजीव विभाग के मुख्य सचिव आलोक कुमार के अनुसार, वन विभाग ने पर्यटकों और वन्यजीव प्रेमियों को हाथियों के साथ फिर से जोड़ने के उद्देश्य से योजना शुरू की है जो उन्हें दर्शनीय स्थलों की यात्रा के दौरान जॉय राइड पर ले जाता है और महामारी के बीच हाथियों के रखरखाव के लिए धन का भी इंतजाम हो जाता है।

हाथी महोत्सव

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में सप्ताह भर चलने वाला हाथी महोत्सव की शुरुआत इस सप्ताह सोमवार (सितंबर 28, 2020) से हुआ। हाथी महोत्सव के दौरान, रिजर्व में हाथियों को उनके नियमित काम से छुट्टी दी जाएगी। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर विंसेंट रहीम ने कहा, “हाथियों के लिए कायाकल्प शिविर सोमवार को शुरू हुआ, जिससे उन्हें अपने नियमित काम से छुट्टी मिल गई। ये हाथी हमें पूरे साल पेट्रोलिंग, ट्रैकिंग और अन्य नियमित कार्यों में मदद करते हैं। अब, हम हाथी महोत्सव के दौरान पूरे सप्ताह उनकी सेवा करेंगे।”

विंसेंट ने कहा कि छत्तीसगढ़ के 35 हाथियों की घुसपैठ से रिजर्व प्रभावित हुआ है और पर्यटक एक साल से जंगली हाथियों की उपस्थिति से चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि गोद लेने का कार्यक्रम 15 विशेष हाथियों के साथ संबंध बढ़ाएगा और लोगों की चिंता को कम करेगा।

जंगली हाथियों को सँभालने और उन्हें नुकसान पहुँचाए बिना शांत करने के लिए वन रक्षकों, गाइडों और ग्रामीणों को प्रशिक्षित करने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

केजरीवाल-सिसोदिया के साथ मिलकर K कविता ने रची थी साजिश, AAP को दिए थे ₹100 करोड़: दिल्ली शराब घोटाले पर ED का बड़ा खुलासा

बीआरएस नेता के कविता और अन्य लोगों ने AAP के शीर्ष नेताओं के साथ मिलकर शराब नीति कार्यान्वयन मामले में साजिश रची थी।

क्या CAA पर लगेगी रोक? सुप्रीम कोर्ट में 200+ याचिकाओं पर होगी सुनवाई, बोले CM सरमा- असम में 3-5 लाख प्रताड़ित हिन्दू नागरिकता के...

CM सरमा ने बताया कि असम में NRC की अंतिम सूची जारी होने के बाद लगभग 16 लाख लोगों को इसमें जगह नहीं मिली थी। इसमें 7 लाख मुस्लिम हैं जबकि बाकी कोच-राजबंशी और दास जैसे उपनाम वाले असमिया हिन्दू हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
418,000SubscribersSubscribe