Sunday, April 28, 2024
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खाद की किल्लत से राजस्थान के किसानों में हाहाकार, लग रही लंबी-लंबी लाइनें: CM गहलोत के भाई फँसे हैं फर्टिलाइजर घोटाले में

"एक दशक के बाद आज फिर डीएपी खाद के लिए अन्नदाताओं को लम्बी-लम्बी कतारों में घंटों खड़ा होना पड़ रहा है। राजस्थान में कॉन्ग्रेस सरकार ने डीएपी खाद आपूर्ति के लिए कोई प्रबंध नहीं किया है। डीएपी की कमी के कारण किसानों की फसल नष्ट होने की कगार पर है।"

पूरा राजस्थान वर्तमान में खाद की भारी कमी से जूझ रहा है। DAP खाद की भारी किल्लत के चलते कई किसानों ने अपनी फसल खराब होने का आरोप लगाया है। ताजा घटनाक्रम में राजस्थान के सवाई माधोपुर में खाद की किल्लत के चलते किसानों की लम्बी लाइनें पुलिस चौकी के आगे देखने को मिलीं। किसानों का यह जमावड़ा मित्रपुरा पुलिस चौकी के आगे लगा था। खाद लेने के लिए सड़कों पर खड़े किसानों के चलते आने – जाने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।। घटना 16 अक्टूबर 2021 (शनिवार) की बताई जा रही है। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार किसानों ने DAP न मिलने पर रोष जताया है। बताया जा रहा है कि शनिवार (16 अक्टूबर 2021) को राजस्थान के सवाई माधोपुर में कई महिलाएँ गुस्से से पुलिस चौकी मित्रपुरा में घुस गईं। इसके चलते थोड़ी देर तक सरकारी काम बाधित भी रहा।

किसानों के अनुसार वर्तमान में फसल की बुवाई का अंतिम चरण में है। ऐसे में जिले में खाद आपूर्ति सुचारु रूप से न चलने के कारण उनकी खेती बाधित हो रही है। किसानों के अनुसार पूरे सवाई माधोपुर जिले में DAP खाद की किल्लत चल रही है।

इन हालातों में कहीं भी खाद आने की सूचना पर किसानों की भीड़ लग जा रही है। शुक्रवार (15 अक्टूबर 2021) को भी ऐसी ही अफरातफरी भाड़ौती में हुई थी जब खाद को पाने के लिए किसान बेकाबू हो गए थे। ऐसी ही सूचना शनिवार (16 अक्टूबर) को मित्रपुरा कस्बे में मिली थी जिसके बाद वहाँ किसानों का जमावड़ा लग गया था।

खाद के ट्रक मित्रपुरा पहुँचने के बाद आस पास के गाँवों से किसान परिवार की सैकड़ों महिलाएँ भी जमा हो गईं। कृषि पर्यवेक्षक महेश शर्मा के अनुसार मित्रपुरा और उदगाँव के किसानों के लिए 2 ट्रकों में खाद आई थी। बताया जा रहा है कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस का सहारा लेना पड़ा। लेकिन जब इसके बाद भी भीड़ काबू में नहीं आ रही थी तब पुलिस चौकी का दरवाजा बंद कर दिया गया।

थोड़ी देर तक एक एक कर के खाद बाँटी गई। लेकिन कुछ समय बाद कई महिलाएँ पुलिस चौकी की दीवार फाँद कर अंदर पहुँच गईं। इसके चलते फिर थोड़े समय के लिए खाद वितरण में व्यवधान आया। काफी मशक्क्त के बाद इसको फिर से सुचारु रूप से चालू किया जा सका।

इस से पहले सवाई माधोपुर जिले में ही डीएपी खाद की न मिलने पर राजस्थान खेत मजदूर यूनियन के प्रदेश सह संयोजक कांजी मीणा के नेतृत्व में क्षेत्र के किसानों ने भाडौती ग्राम सेवा सहकारी समिति पर विरोध प्रदर्शन किया था। 10 दिन पूर्व किए गए उस प्रदर्शन में खाद की उपलब्धता ठीक न होने पर राजस्थान सरकार के विरुद्ध आंदोलन की भी चेतावनी दी गई थी। प्रदर्शन के दौरान किसान नेताओं ने कहा था कि जिले के सभी सोसायटी केंद्रों पर डीएपी खाद नहीं मिल रही। इसी वजह से किसान सरसों की बोआई नहीं कर पा रहे हैं।

सवाई माधोपुर में खाद की किल्लत पर राजस्थान भाजपा के प्रदेश मंत्री जितेंद्र गोठवाल राजस्थान सरकार को पत्र भी लिख चुके हैं। 11 अक्टूबर 2021 को उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सम्बोधित करते हुए पत्र में लिखा था कि – ‘मेरे विधानसभा क्षेत्र खंडार , जिला सवाई माधोपुर में किसानों को रबी की फसल हेतु डी.ए.पी. खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करने के संबंध में माननीय मुख्यमंत्री महोदय को पत्र के माध्यम से अवगत कराया। खण्डार से पूर्व BJP विधायक जितेंद्र गोठवाल पूर्व संसदीय सचिव भी रह चुके हैं।

राजस्थान के धौलपुर में भी खाद के लिए किसानों को लम्बी लाईनों में लगे देखा गया। कतार तोड़ने वालों को पुलिस बार-बार टोकती रही

चूरू से भारतीय जनता पार्टी के विधायक राजेंद्र राठौर ने भी प्रदेश में खाद की किल्लत पर गहलोत सरकार को आड़े हाथों लिया। राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता ने विरोध स्वरूप अपना वीडियो भी जारी किया है। उन्होंने कहा है कि – ‘किसान विरोधी कॉन्ग्रेस सरकार! एक दशक के बाद आज फिर डीएपी खाद के लिए अन्नदाताओं को लम्बी-लम्बी कतारों में घंटों खड़ा होना पड़ रहा है। राजस्थान में कॉन्ग्रेस सरकार ने डीएपी खाद आपूर्ति के लिए कोई प्रबंध नहीं किया है। डीएपी की कमी के कारण किसानों की फसल नष्ट होने की कगार पर है।’

दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे गुरुनाम सिंह चढूनी ने भी राजस्थान में खाद की किल्लत स्वीकारी है। उन्होंने लिखा है कि – हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और अन्य प्रदेशों में खाद न मिलने के कारण किसान सरसों व अन्य फसलों की वो बुआई नहीं कर पा रहे किसान बहुत परेशान हैं सरकार जल्द इसका समाधान करे।

राजस्थान के भरतपुर जिले में भी खाद के लिए किसानों का आपस में उलझने का वीडियो वायरल हुआ था। बताया गया था कि कई घंटे इंतज़ार के बाद भी जब उन्हें खाद नहीं मिली तब उनके बीच आपसी विवाद शुरू हो गया।

राजस्थान के किसान नेता और सामजिक कार्यकर्ता हिम्मत सिंह गुर्जर ने भी राजस्थान में किसानों को खाद की कमी से जूझता हुआ बताया। उन्होंने लिखा है कि राजस्थान के किसानों को DAP खाद न मिलने के कारण सरसो व अन्य फसलों की बुवाई नहीं कर पा रहे है, राजस्थान सरकार तुरंत किसानों को खाद उपलब्ध करवाए अन्यथा संयुक्त किसान मोर्चा फैसला लेगा।

यहाँ ये जानना जरूरी है कि 22 जुलाई 2020 को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के ठिकानों पर छापेमारी की थी। अग्रसेन गहलोत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े भाई है। छापेमारी की वजह फर्टिलाइजर घोटाले में उनकी संलिप्तता बताई गई थी। भारतीय जनता पार्टी ने साल 2017 में ही अग्रसेन गहलोत पर फर्टिलाइजर घोटाले में शामिल होने के आरोप लगाए थे।

तब अग्रसेन की दुकानों और उनके प्रतिष्ठानों की तलाशी ली गई थी। उनके जोधपुर स्थित सम्पत्तियों की ईडी ने तलाशी ली थी। उनकी ‘अनुपम कृषि’ नाम की दुकान है, जहाँ वो 1980 से पहले से ही फर्टीलाइजर का व्यापार करते आ रहे हैं। इसी दुकान के ऊपर ही उनके भाई अशोक गहलोत का चुनावी कार्यालय है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन ‘स्मगलिंग सिंडिकेट’ में भी शामिल बताए गए थे।

राजस्थान कॉन्ग्रेस ने चुनाव से पहले किसानों की कर्जमाफी का भी वादा किया था। लेकिन सरकार बनने के बाद किसानों को कुर्की के नोटिस थमा दिए गए थे। राजस्थान सरकार के सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना तो इस वादे से साफ़ मुकर गए थे। उन्होंने कहा था कि “हमने कोई वादा नहीं किया था कि सभी किसानों को लोन माफ करेंगे।” इसी के साथ सरकार का कहना था कि उनके पास इतने पैसे नहीं है कि सभी किसानों का लोन माफ कर सके।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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