Friday, November 15, 2024
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माँ काली के बाद अब पूरे अहोम समाज का अपमान, TMC सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ FIR: यौन शोषण का अर्थ बताया था ‘गोगोई’

महुआ मोइत्रा ने अपने ट्वीट में कहा, "असंसदीय शब्दों को रिप्लेस करने पर मेरी पहली नई ट्विटर सीरिज। अब प्रतिबंधित शब्द शारीरिक शोषण (सेक्सुअल हैरेसमेंट) की जगह मिस्टर गोगोई का उपयोग होगा।"

तृणमूल कॉन्ग्रेस की सांसद महुआ मित्रा के खिलाफ असम में लोगों की भावना आहत करने के मामले में एफआईआर दर्ज हुई है। ये शिकायत जातीय संग्रामी सेना ने सिवसागर जिले में शुक्रवार (15 जुलाई 2022) को कराई है। इसमें माँग की गई है कि ‘यौन शोषण’ शब्द का पर्याय ‘गोगोई’ बताने के लिए महुआ मोइत्रा माफी माँगें।

शिकायतकर्ता प्रणब चेतिया ने कहा, “यह पाया गया है कि मोइत्रा की ट्विटर टिप्पणी में जानबूझकर गोगोई शब्द की जगह शारीरिक शोषण जोड़ा गया। ये असम के एक स्थापित जातीय समुदाय को बदनाम करने और उसे नीचा दिखाने का एक स्पष्ट इरादे को दिखाता है। FIR में संगठन ने अहोम समुदाय की पवित्रता, अखंडता और सम्मान की रक्षा करने और मोहुआ मोइत्रा को सजा दिलाने की माँग की है।

बता दें कि बीते दिनों काली माँ का अपमान करने वाली महुआ मोइत्रा ने हाल में अपने अकॉउंट से एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने कहा था, “असंसदीय शब्दों को रिप्लेस करने पर मेरी पहली नई ट्विटर सीरिज। अब प्रतिबंधित शब्द शारीरिक शोषण (सेक्सुअल हैरेसमेंट) की जगह मिस्टर गोगोई का उपयोग होगा।”

उल्लेखनीय है कि असम में अहोम समुदाय द्वारा गोगोई उपनाम का इस्तेमाल बेहद आम बात है। यही वजह है कि जब महुआ ने अपने ट्विटर पर टिप्पणी की तो राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म समीक्षक उत्पल बोरपुरारी ने खुलेतौर पर उनकी आलोचना की। साथ ही सलाह दी कि वो गोगोई लिखने की बजाय जिस व्यक्ति को निशाना बना रही हैं उसका नाम लिखें। उत्पल ने लिखा, “ये मिस्टर गोगोई कौन हैं? अगर आपने दिमाग में कोई एक नाम है तो उसे बोलें। वरना ने सारे गोगोई लोगों का अपमान होगा।”

अपने ट्वीट पर होती आलोचना को देख मोइत्रा ने सफाई में एक ट्वीट लिखा और बताया, “ये सिर्फ उन संघियों के ट्वीट के लिए है जो कह रहे हैं कि मैंने सभी गोगोई को निशाना बनाया है। मैं स्पष्ट कर दूँ कि यह शब्द मैंने राज्यसभा के माननीय सांसद मिस्टर रंजन गोगोई के लिए प्रयोग किया है।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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