Sunday, November 17, 2024
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2 साल के कोरोना ब्रेक के बाद हुई काँवड़ यात्रा, पर नहीं सुधरे वे: कहीं मांस फेंका-कहीं थूका, कहीं औरतों ने चारपाई डाल रोका रास्ता

पूरे भारत में लाखों काँवड़िया माँ गंगा की जलधारा से जलभरकर उसे भगवान महादेव को अर्पित करने के लिए कठिन यात्रा कर रहे हैं। लेकिन उन पर कई जगह हमले हुए, मांस फेंके गए, थूका गया... ऐसी ही कुछ घटनाओं पर आधारित यह रिपोर्ट।

इस वर्ष (2022) की काँवड़ यात्रा भगवान शिव के भक्तों के लिए इसलिए भी खास है क्योंकि यह कोविड -19 महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद पूरे उत्साह के साथ हो रही है। पूरे भारत में लाखों काँवड़िया माँ गंगा की जलधारा से जलभरकर उसे भगवान महादेव को अर्पित करने के लिए कठिन यात्रा कर रहे हैं। इस बीच ऐसी कई घटनाएँ सामने आई हैं जहाँ किसी को मिर्ची लगी तो, कहीं काँवड़ियों पर हमले किए गए, उन पर मांस फेंके गए तो कहीं आतंकी हमले की धमकी भी आई। ऐसी ही कुछ घटनाओं पर हम यहाँ संक्षेप में बात करेंगे।

काँवड़ यात्रा में महंत की रेकी कर रहा था नाजिम

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में काँवड़ यात्रा के दौरान काँवड़ियों की भीड़ में से एक मुस्लिम युवक को गिरफ्तार किया गया है। आरोपित का नाम नाज़िम है, जो मेरठ का ही रहने वाला है। उस पर काँवड़ यात्रा में चल रहे महंत मछेन्द्रपुरी की रेकी करने और किसी और को उनकी जानकारी देने का आरोप है। हालाँकि, इस मामले में काँवड़ियों ने नाज़िम को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया है। घटना 24 जुलाई 2022 (रविवार) की है। इस घटना की पुलिस में शिकायत महंत मछेन्द्र पुरी के शिष्य ब्रह्मानन्द पुरी ने दर्ज करवाई है। 

कॉन्ग्रेस नेता ने की विवादित टिप्पणी

कॉन्ग्रेस की राष्ट्रीय समन्वयक रितु चौधरी ने 17 जुलाई को कहा, “किताबें उठाइए, काँवड़ उठाने की जरुरत नहीं पड़ेगी।”

हालाँकि, रितु चौधरी के ट्वीट के बाद, लोगों ने उनकी टिप्पणियों की आलोचना की और सवाल किया कि वह और उनकी पार्टी हिंदुओं और सनातन धर्म से जुड़ी परंपराओं से नफरत क्यों करती हैं। एक यूजर ने उनसे यह कहने के लिए भी कहा, “एक किताब उठाओ, आपको हज नहीं जाना पड़ेगा।” अगर उनमें हिम्मत है। वैसे जैसे ही विवाद गर्माया, उन्होंने बिना किसी माफी के ट्वीट को चुपचाप डिलीट कर दिया।

काँवड़ियों पर पुष्प वर्षा से बरखा दत्त को लगी मिर्ची

सावन के महीने में काँवड़िए बाबा भोलेनाथ को जल चढ़ाने के लिए कोई हरिद्वार तो कोई काशी निकल पड़ा है। हरिद्वार में उनपर पुष्प वर्षा भी हो रही है। इस बीच NDTV की पूर्व पत्रकार और मोजो न्यूज़ की संपादक, बरखा दत्त को पुष्प वर्षा से मिर्ची लगी है। उन्होंने ट्विटर पर इसमें प्रशासन की संलिप्तता का विरोध किया है।

उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “राज्य के अधिकारियों के लिए काँवड़ियों पर पंखुड़ियों की बौछार करना लेकिन सार्वजनिक स्थानों पर नमाज़ पर आपत्ति जताना कैसे ठीक है? मैं साझा सार्वजनिक स्थानों पर फैले धर्म की प्रशंसक नहीं हूँ, लेकिन यह खुले तौर पर पक्षपातपूर्ण है।”

काँवड़ यात्रा पर फेंका गया मांस

19 जुलाई को दिल्ली के मुस्लिम बहुल सीलमपुर इलाके में हरिद्वार से राजस्थान जा रहे काँवड़ यात्रा पर किसी ने मांस का टुकड़ा फेंक दिया। घटना शाम के वक्त हुई, जिसके बाद काँवड़ यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं ने एक घंटे तक सड़क जाम कर दिया। बता दें कि हरिद्वार से दिल्ली पहुँचने में इन काँवड़ियों को सात दिन का समय लगा था। लेकिन दिल्ली में उनका स्वागत मांस के टुकड़े के साथ हुआ।

ऑपइंडिया से बात करते हुए, काँवड़ियों ने कहा कि उन्हें मांस के टुकड़े के बारे में तब पता चला जब एक कंधे से दूसरे कंधे पर काँवड़ बदल रहे थे।

काँवड़ियों से भरी सड़क पर नमाज पढ़ने वाले 8 मुस्लिम गिरफ्तार

पुलिस को उत्तराखंड के शिवालिकपुर नगर, रानीपुर और हरिद्वार में नमाज अदा करने वाले मुस्लिम पुरुषों के एक समूह के बारे में सूचना मिली। जब वे नमाज अदा कर रहे थे तभी उस रास्ते से काँवड़ियों का एक बड़ा जत्था गुजर रहा था। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए सभी आठ नमाजी दुकानदार थे। उन पर कानून-व्यवस्था भंग करने का मामला दर्ज किया गया था।

मुस्लिमों ने मेरठ में काँवड़ियों पर थूका

यूपी के मेरठ में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने के लिए मुस्लिम समुदायके युवकों ने काँवड़ियों पर थूक दिया। इससे काँवड़िए भड़क गए और युवक को जमकर कर पीट दिया। बाद में पुलिस ने मामले को शांत कराया। घटना 22 जुलाई को मेरठ में हुई। घटना के बाद काँवड़ियों ने सड़क जाम कर पुलिस से कार्रवाई की माँग की।

दरअसल, शनिवार (22 जुलाई 2022) को कुछ काँवड़िए अपने काँवड़ को रखकर शिविर में आराम कर रहे थे। तभी दूसरे समुदाय के दो युवक बाइक से आए और काँवड़ पर थूकने का प्रयास किया। आगे चलकर इनमें से एक युवक बाइक से उतरा और काँवड़ पर थूक कर अपवित्र कर दिया।

जब काँवड़ियों ने इन्हें देखा तो एक को पकड़ लिया, जबकि दूसरा भाग गया। पकड़ने के बाद काँवड़ियों ने उसे पीटना शुरू कर दिया। इसी बीच पुलिस मौके पर पहुँचकर आरोपित को भीड़ से छुड़ाकर अपने साथ लेकर चली गई।

इब्राहिमपुर में मुस्लिम महिलाओं ने काँवड़ियों का रास्ता रोका

ताजा घटना मुरादाबाद के इब्राहिमपुर गाँव की है। जहाँ मुस्लिम महिलाओं के एक समूह ने काँवड़ियों को इब्राहिमपुर में आगे बढ़ने से चारपाई लगाकर रोक दिया। उन्होंने सड़क पर खाट बिछा दी और माँग की कि काँवड़िए वापस जाएँ और निर्धारित मार्ग का पालन करें। यहाँ, महिलाओं ने जिन काँवड़ियों को रोका, वे उसी इब्राहिमपुर गाँव के ही थे।

हालाँकि, इस मामले में पुलिस ने आकर दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। महिलाओं ने दावा किया कि काँवड़िए मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में प्रवेश करने का एक नया चलन शुरू कर रहे हैं, और वे उन्हें वहाँ से नहीं जाने देंगे। दूसरी ओर, काँवड़ियों ने कहा कि वे एक ही गाँव के हैं। बाद में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और बुजुर्गों ने एक पंचायत की और जिसके बाद काँवड़ियों को वहाँ से गुजरने दिया।

काँवड़ियों पर हुए आतंकी हमले के इनपुट्स

काँवड़ यात्रा शुरू होने से पहले ही केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों को सतर्क रहने को कहा था क्योंकि तीर्थयात्रियों पर आतंकी हमले की सूचना भी मिली थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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