झारखंड के एक गाँव में एक हिंदू लड़की को इस्लाम में परिवर्तित करने के प्रयास के आरोप में पुलिस ने टीपू सुल्तान नाम के एक विवाहित मुस्लिम व्यक्ति को बुधवार (फरवरी 24, 2021) देर शाम गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
आरोपित की पहचान 30 वर्षीय टीपू सुल्तान के रूप में की गई है, जिसकी शादी सात साल पहले हो चुकी है और उसके दो बच्चे भी हैं। टीपू मूल रूप से झारखंड में देवघर जिला स्थित पलाजोरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत धवन रामपुर गाँव का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार, टीपू सुल्तान ने लगभग 6 महीने पहले एक स्थानीय मॉल में जिले के मसानजोर थानांतर्गत पटसीमला गाँव की एक 19 वर्षीय लड़की के साथ धनबाद के सतीश राय के रूप में दोस्ती हुई थी।
आरोपित टीपू ने न केवल अपनी पहचान हिंदू के रूप में बताई बल्कि अपने स्नातक होने का भी दावा किया। मसानजोर पुलिस स्टेशन के अधिकारी विजय कुमार सिंह के अनुसार, टीपू ने युवती को प्रभावित करने के लिए उससे कहा कि वह पेट्रोल पंप का मालिक है और हॉर्लिक्स के डीलर के रूप में भी काम करता है। पुलिस ने बताया कि दोनों ने अपनी बातचीत के पहले दिन ही मोबाइल नंबर शेयर कर लिए थे।
धीरे-धीरे दोनों के बीच प्रेम प्रसंग बढ़ने लगा और इस बीच शादी का झाँसा देकर टीपू ने युवती के साथ शारीरिक संबंध भी बनाए। पीड़िता का कहना है कि टीपू उसे एक बार धनबाद भी ले गया था और अपने दोस्त के मकान को अपना मकान बताकर दिखाया। टीपू युवती के गाँव भी गया और युवती की बूढ़ी माँ भी उन दोनों के रिश्ते के लिए तैयार हो गई थी।
ट्रू कॉलर ऐप से हुआ खुलासा
युवती के गाँव वालों की समझदारी के कारण युवती लव-जिहाद का शिकार होने से बच गई। रिपोर्ट्स के अनुसार, गत मंगलवार को टीपू जब शादी के लिए गाँव पहुँचा। लेकिन रात में शादी की तैयारी के बीच ही गाँव के लोगों को उस पर संदेह हुआ। और उन्होंने शादी रोककर पुलिस को इसकी सूचना दी।
सूचना मिलते ही रात करीब 12 बजे मसानजोर थाना प्रभारी विजय कुमार सिंह मौके पर पहुँचे और उन्होंने आरिपित टीपू को हिरासत में लिया। बताया जा रहा है कि मोबाइल ऐप ‘ट्रू कॉलर’ के जरिए आरोपित की पहचान का खुलासा हुआ। शक होने पर जब पुलिस ने आरोपित का नंबर डायल किया तो ‘ट्रू कॉलर’ ऐप पर उसका नाम ‘टीपू सुल्तान’ दिखा रहा था। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 417 और 376 के तहत FIR दर्ज किया है।
गोत्र न बताने पर बढ़ा संदेह
ग्रामीणों ने जब सतीश राय उर्फ़ टीपू से उसके गोत्र के बारे में पूछा तो वह इसका जवाब नहीं दे पाया, चुप रह गया। इसके बाद लोगों का शक और भी ज्यादा गहरा गया और उन्होंने कड़ाई से पूछताछ करना शुरू कर दिया। इस दौरान जब उन्होंने आरोपित के मोबाइल से उसके गाँव में फोन लगाया तो फोन अंसारी नाम के किसी शख्स ने रिसीव किया। पीड़िता ने भी अपने बयान में आरोपित पर शादीशुदा होने की बात छुपाते हुए यौन शोषण का आरोप लगाया।
इस बीच, आरएसएस के एक वरिष्ठ अधिकारी विक्रम पांडे ने कहा, “टीपू सुल्तान की गिरफ्तारी हिंदू लड़कियों को लव जिहाद के माध्यम से इस्लाम में परिवर्तित करने के प्रयासों के खिलाफ एक कड़े कानून को लागू करने के तात्कालिकता की गवाही है। लव जिहाद मुस्लिम कट्टरपंथी समूहों द्वारा हिंदू समुदाय के खिलाफ एक बड़ी साजिश है।”