महाराष्ट्र ATS ने विकास दुबे के साथी गुड्डन त्रिवेदी को ठाणे से धर-दबोचा है। सपा के मुखिया अखिलेश यादव के साथ उसकी तस्वीरें वायरल हो रही हैं। उसे सपा के बड़े नेताओं का क़रीबी बताया जा रहा है। उसके अलावा विकास दुबे के एक अन्य क़रीबी को भी ठाणे से ही गिरफ़्तार किया गया। गुड्डन त्रिवेदी को सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उत्तर प्रदेश लाया जाएगा। महाराष्ट्र ATS ने गुड्डन त्रिवेदी और सोनू तिवारी की गिरफ़्तारी की पुष्टि की है।
महाराष्ट्र ATS द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, मुंबई पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी की कानपुर एनकाउंटर मामले में एक आरोपित ठाणे में छिपा हुआ है। गुड्डन त्रिवेदी पर यूपी पुलिस ने 25 हज़ार रुपए का इनाम रखा हुआ था। ‘दैनिक जागरण’ की ख़बर के अनुसार, एटीएस की जूहू यूनिट ने कोलशेट रोड पर छापा डालकर आरोपी अरविंद उर्फ ‘गुड्डन रामविलास त्रिवेदी’ और उसके ड्राइवर सोनू तिवारी की गिरफ़्तारी को अंजाम दिया।
यूपी एसटीएफ इस मामले में महाराष्ट्र एटीएस के संपर्क में है। गुड्डन त्रिवेदी के बारे में बता दें कि उसने अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर बायो में ‘समाजवादी पार्टी ज़िंदाबाद’ लिख रखा है। वो कानपुर का रहने वाला है। गुड्डन त्रिवेदी को पता था कि विकास दुबे मामले में पुलिस को इसकी तलाश है और वो छिपने के लिए ठाणे पहुँचा हुआ था। वो ठिकाने की तलाश में था। सोनू तिवारी उसका ही ड्राइवर था।
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— Divya (@divya_16_) July 11, 2020
गुड्डन त्रिवेदी के बारे में बता दें कि वो 2001 में राज्यमंत्री संतोष शुक्ला हत्याकांड में भी शामिल रहा है। विकास दुबे के साथ मिल कर उसने कई हत्याकांड व अन्य वारदातों को अंजाम दिया था। गुड्डन के पकड़े जाने के बाद विकास दुबे से जुड़े राजनेताओं का भी नेक्सस सामने आएगा, ऐसी उम्मीद जताई गई है। गुड्डन त्रिवेदी का नाम उस पोस्टर में भी शामिल है, जिसमें विकास दुबे के 12 सहयोगियों की तस्वीर लगाई गई है और सूचनाएँ दी गई हैं।
उधर शुक्रवार (जुलाई 11, 2020) को चौबेपुर पुलिस ने कानपुर हत्याकांड में शामिल अपराधियों को शरण देने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों लोगों को उनके आवास से गिरफ्तार किया गया है। 6 जुलाई को ही कानपुर पुलिस को एक पत्र भेजकर आदेश दिया था कि वो मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत विकास के परिजनों और उसके सहयोगियों से उसकी चल और अचल संपत्ति की जानकारी लेकर एजेंसी को दें।