OpIndia is hiring! click to know more
Friday, April 11, 2025
Homeदेश-समाजज्ञानवापी हिंदुओं की, वहाँ जबरदस्ती पढ़ी जा रही नमाज: बोले अधिवक्ता जैन- कुव्वत उल...

ज्ञानवापी हिंदुओं की, वहाँ जबरदस्ती पढ़ी जा रही नमाज: बोले अधिवक्ता जैन- कुव्वत उल इस्लाम मस्जिद का मतलब इस्लाम की ताकत

हरिशंकर जैन ने कहा कि हिंदुओं के लिए सारे केस वे अपने खर्चे पर लड़ते हैं। उनकी कमाई का आधा लिटिगेशन में ही चला जाता है। जैन का कहना है कि उनके पीछे न कोई संगठन है और न ही वे किसी से चंदा लेते हैं। वे अपनी सुरक्षा की भी माँग नहीं करते, क्योंकि यह एक तरह का स्टेटस सिंबल है। उन्हें यह पसंद नहीं है।

वाराणसी के ज्ञानवापी विवादित ढाँचे (Gyanvapi Controversial Structure, Varanasi) सहित हिंदुओं के दर्जनों के केस लड़ चुके वकील हरिशंकर जैन ने कहा कि जिस पूजा स्थल कानून के आधार पर मुस्लिम सुनवाई रोकने की माँग कर रहे हैं, वहीं हिंदुओं की जीत का आधार बनेगा।

उन्होंने कहा कि विवादित परिसर में शिवलिंग का मिलना इस बात को स्पष्ट करता है कि वहाँ पहले मंदिर था और उसे तोड़कर मस्जिद बनाई गई है। इसलिए इस मस्जिद को गिराई जानी चाहिए और मंदिर हिंदुओं को सौंप दिया जाना चाहिए।

हरिशंकर जैन ने कहा कि तहखाने के बीचों-बीच आदि विश्वेश्वर का स्थान है और शिवलिंग पहले यहीं स्थापित था। उन्होंने कहा कि मस्जिद अब भी पुराने मंदिर की नींव पर खड़ा है। उन्होंने कहा कि मंदिर को तोड़कर उस पर जबरदस्ती कब्जा किया गया और उसके बाद वहाँ नमाज पढ़ी जाने लगी।

उन्होंने कहा कि विवादित ढाँचा परिसर की वीडियोग्राफी हो चुकी है। इसी बहाने पर शिवलिंग की भी वैज्ञानिक जाँच हो जाएगी और जो लोग इस पर सवाल खड़ा कर रहे हैं, उनकी भी जुबान बंद हो जाएगी।

69 वर्षीय हरिशंकर जैन 1989 से हिंदुओं का केस बिना फीस लिए लड़ रहे हैं। पिछले 33 सालों में वे 110 केस लड़ चुके हैं। इनमें ज्ञानवापी, कुतुब मीनार, ताजमहल, मथुरा, टीले वाली मस्जिद और भोजशाला सहित 7 बड़े केस शामिल हैं। उनका साथ उनके अधिवक्ता बेटे विष्णु जैन देते हैं।

उन्होंने कहा कि देश में जहाँ-जहाँ मंदिर तोड़े गए हैं और जिसके प्रमाण हैं, उनकी वे लड़ाई लड़ेंगे। दैनिक भास्कर से बातचीत में हरिशंकर जैन ने कहा कि जिस मामले में पुख्ता प्रमाण मौजूद नहीं हैं, उसकी लड़ाई वे नहीं लड़ते हैं। 

दिल्ली के कुतुब मीनार मामले में वकील जैन ने कहा कि यहाँ 27 हिंदू-जैन मंदिरों को तोड़कर उनके मलबे से मस्जिद का निर्माण किया गया है। इसे कुव्वत-उल-इस्लाम नाम दिया गया, यानी इस्लाम की ताकत।

उन्होंने कहा कि वह मस्जिद नहीं, इस्लाम की ताकत का प्रतीक है कि देखो हिंदुओं हम तुम्हारे मंदिर तोड़ सकते हैं। इस बात के प्रमाण उपलब्ध हैं कि इस मस्जिद को 27 मंदिरों को तोड़ने के बाद बनवाया गया है।

हरिशंकर जैन ने कहा कि हिंदुओं के लिए सारे केस वे अपने खर्चे पर लड़ते हैं। उनकी कमाई का आधा लिटिगेशन में ही चला जाता है। जैन का कहना है कि उनके पीछे न कोई संगठन है और न ही वे किसी से चंदा लेते हैं। वे अपनी सुरक्षा की भी माँग नहीं करते, क्योंकि यह एक तरह का स्टेटस सिंबल है। उन्हें यह पसंद नहीं है।

OpIndia is hiring! click to know more
Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

हेडली कनेक्शन से लेकर फिदायीन हमलावरों की ट्रेनिंग तक: तहव्वुर राणा से 18 दिन होंगे ताबड़तोड़ सवाल, कोर्ट ने 26/11 के साजिशकर्ता को NIA...

26/11 हमले का साजिशकर्ता तहव्वुर राणा को 18 दिनों की एनआईए की रिमांड में कोर्ट ने भेज दिया है। एनआईए ने कोर्ट से कहा है कि आतंकी हमले की साजिश का पता लगाने के लिए कई सवालों के जवाब राणा से चाहिए

मोदी सरकार ने कर दिखाया… कौन है आतंकी तहव्वुर राणा, 26/11 की कैसे रची साजिश; कैसे दबोचकर लाई NIA

तहव्वुर राणा पाकिस्तान हसन अब्दाल कैडेट स्कूल में पढ़ा है। बाद में वह पाकिस्तानी सेना में डॉक्टर के रूप में काम किया। फिर वह कनाडा चला गया।
- विज्ञापन -