हैदराबाद (Hyderabad) में 4 मई 2022 को 23 साल की मुस्लिम युवती सैयद अशरीन सुल्ताना (Sayed Ashrin Sultana) से शादी करने के कारण उसके 25 साल के दलित युवक नागराजू (Nagaraju) की हत्या कर दी गई। हत्या अशरीन के भाई सैयद मुबीन ने अपने दोस्त मोहम्मद मसूद अहमद के साथ मिलकर की थी। नागराजू से शादी के बाद सैयद अशरीन सुल्ताना ने अपना नाम पल्लवी रख लिया था।
अशरीन और नागराजू दोनों साथ पढ़ते थे और दोनों पिछले 10 वर्षों से एक दूसरे को जानते थे। दोनों के बीच गहरा प्यार था। ईद के दिन अशरीन को तोहफा देने के लिए नागराजू ने अपनी सोने की चेन बेच दी थी। नागराजू पत्नी को खरीददारी के लिए चारमीनार लेकर गए थे।
नागराजू एक कार शोरूम में सेल्स एक्जीक्यूटिव का काम करते थे। वहाँ के HR मैनेजर के सतीश ने बताया कि उन्हें हाल ही में पता चला था कि नागराजू ने शादी की है। उन्होंने कहा कि नागराजू ने उन्हें सोने की चेन बेचने के बारे में उन्हें बताया था और कहा था कि उन्होंने अपनी सोने की चेन 25,000 रुपए में बेच दी है। सतीश ने बताया कि नागराजू अपनी पत्नी को ईद पर खरीददारी के लिए चारमीनार ले जाना चाहते थे। इसलिए उन्होंने पैसे की व्यवस्था चेन बेच कर की थी।
सतीश ने बताया कि नागराजू बहुत ही ईमानदार, मेहनती और मासूम इंसान थे। वह घर जाने से पहले आमतौर पर कपड़े बदल लेते थे, लेकिन घटना वाली शाम को वह अपनी वर्दी में ही घर चले गए। उन्होंने बताया था कि उन्हें देर हो रही है और अपनी बहन के घर से पत्नी को लेना है।
पत्नी को लेकर जाने के दौरान अशरीन के भाई सैयद मुबीन अहमद ने अपने दोस्त मोहम्मद मसूद अहमद से साथ नागराजू को घेर लिया और पहले रॉड से पीट-पीटकर, फिर चाकू मारकर सरेआम हत्या कर दी। इस दौरान अशरीन उन्हें बचाने की कोशिश करती रही और वहाँ खड़े लगे से भी बचाने की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने मदद नहीं की।
नागराजू के दोस्त तलारी दनिया ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि मुबीन ने दोनों की शादी के बाद नागराजू की हत्या करने की कसम खाई थी। वह अशरीन का बड़ा भाई है और फल बेचने का काम करता है। वहीं, उसका दोस्त और रिश्तेदार मसूद अहमद कार मैकेनिक का काम करता है।