Wednesday, November 20, 2024
Homeदेश-समाजशेखी बघारने के लिए ख़ुद को बताया ABVP का सदस्य: इंडिया टुडे को दिए...

शेखी बघारने के लिए ख़ुद को बताया ABVP का सदस्य: इंडिया टुडे को दिए बयान से पलटा JNU छात्र अक्षत

राहुल कँवल ने ट्विटर पर यह साबित करने की कोशिश की कि अक्षत वास्तव में एक एबीवीपी कार्यकर्ता है। लेकिन, ऑपइंडिया के फैक्ट चैक में यह दावा फेल हो गया और अक्षत अवस्थी ने अपने बयान को वापस लेते हुए साफ़ कर दिया कि उसने शेखी बघारने के़ लिए झूठ बोला था।

दिल्ली पुलिस ने जेएनयू हिंसा मामले में चार वामपंथी संगठनों का नाम लिया था, जिनमें SFI, AISA, AISF और DFI शामिल थे। वहीं 9 आरोपियों की ज़ारी तस्वीर में से जेएनयूएसयू की अध्यक्ष आईशा घोष को भी दिल्ली पुलिस ने नामजद किया था। लेकिन, इस बीच इंडिया टुडे द्वारा किए गए एक स्टिंग ऑपरेशन के बाद जेएनयू छात्र अक्षत अपने ही बयान से पलट गया है। उसने कहा है कि मैंने शेखी बघारने के लिए झूठ बोला था और खुद को ABVP का सदस्य बताया था।

दरअसल 5 जनवरी को इंडिया टुडे ने अपने चैनल पर एक “स्टिंग ऑपरेशन” प्रसारित किया था। इसमें 5 जनवरी को जेएनयू परिसर में हुई बड़े पैमाने पर हिंसा में शामिल गुंडों को बेपर्दा करने का दावा भी किया गया था। इंडिया टुडे ने दावा किया था कि बिना मास्क पहने जेएनयू के साबरमती हॉस्टल में हिंसा कर रहा छात्र एबीवीपी का कार्यकर्ता है। उधर स्टिंग में अक्षत अवस्थी ने दावा किया कि वह एक एबीवीपी का कार्यकर्ता है और उसने जेएनयू में हुई हिंसा के बाद पेरियार छात्रावास में वामपंथियों को करारा जवाब देने के लिए अन्य एबीवीपी कार्यकर्ताओं को एकत्र किया था।

हालाँकि, राहुल कँवल ने ट्विटर पर यह साबित करने की कोशिश की कि अक्षत वास्तव में एक एबीवीपी कार्यकर्ता है। लेकिन, ऑपइंडिया के फैक्ट चैक में यह दावा फेल हो गया और अक्षत अवस्थी ने अपने बयान को वापस लेते हुए साफ़ कर दिया कि उसने शेखी बघारने के़ लिए झूठ बोला था। अक्षय अवस्थी ने अब दावा किया है कि इंडिया टुडे के रिपोर्टर को जो भी बताया वे सब झूठे थे। बस दिखावा करने के लिए मैंने वे बातें कही थी।

अब अक्षत अवस्थी ने इंडिया टुडे और ‘आज तक’ के ‘स्टिंग ऑपरेशन’ में दिए गए अपने ही बयान से पलटी मारते हुए कहा है कि वह एबीवीपी से जुड़ा हुआ नहीं है। अवस्थी ने कहा है कि वह एबीवीपी का सदस्य भी नहीं है।

इंडिया टुडे ने अपने ‘स्टिंग ऑपरेशन’ में जेएनयू हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस से पहले ही केस सॉल्व करने का दावा करते हुए अपनी पीठ थपथपाई थी। साथ ही चैनल ने इसे 2020 का सबसे बड़ा खुलासा बताया था। दिल्ली पुलिस ने जेएनयू हिंसा मामले में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर 9 संदिग्धों के नाम उजागर किए थे। इसके एक घंटे बाद ही स्टिंग ऑपरेशन का प्रसारण किया गया। इसमें शामिल किए गए 9 संदिग्धों में, 7 वामपंथी संगठनों के और 2 एबीवीपी के संगठन थे।

पुलिस ने यह भी कहा था कि जेएनयू के पेरियार छात्रावास में चुनिंदा कमरों को चिन्हित किया था। दिलचस्प बात यह है कि पेरियार छात्रावास के अधिकांश घायल छात्र एबीवीपी के ही थे।

अब तक तीन मामले दर्ज किए जा चुके हैं, जिनकी जाँच दिल्ली पुलिस द्वारा की जा रही है। हालाँकि, नौ आरोपितों में से अब तक किसी को भी हिरासत में नहीं लिया गया है। दिल्ली पुलिस ने अब सभी आरोपितों को नोटिस जारी करने का फैसला किया है।

हमारे कैमरे की सेटिंग ख़राब थी: इंडिया टुडे का JNU हिंसा के फर्जी स्टिंग पर सफाई

इंडिया टुडे के जासूस पत्रकार जमशेद खान ने ‘पैदा किया’ ABVP छात्र नेता, ABVP ने किया इंकार

JNUSU कार्यकर्ता को ABVP का बता डाला… राहुल कंवल ने स्टिंग के नाम पर ऐसे किया गड़बड़झाला

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जामा मस्जिद का होगा सर्वे, विष्णु शंकर जैन की याचिका पर कोर्ट का आदेश: दावा- यह हरिहर मंदिर, यहाँ कल्कि भगवान लेंगे अवतार

संभल की जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बता कर दायर हुई विष्णु शंकर जैन की याचिका पर जिला अदालत ने सर्वे के आदेश जारी कर दिए हैं।

1971 में पैदा हुआ बांग्लादेश, पहली बार पाकिस्तान से डायरेक्ट आया कार्गो जहाज: जानिए समंदर के रास्ते का यह कारोबार भारत के लिए कैसा...

1971 के बांग्लादेश के बनने के बाद पहली बार कोई जहाज सामान लेकर पाकिस्तान के किसी बंदरगाह से सीधा बांग्लादेश पहुँचा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -