दिल्ली के जहाँगीरपुरी और मध्य प्रदेश के खरगोन में पिछले दिनों हुई हिंसा मामले में राज्य पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। ताजा जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जहाँगीरपुरी हिंसा मामले (Jahangirpuri Volence Case) में भीड़ को उकसाने के आरोप में एक और आरोपित अब्दुल उर्फ राजा को गिरफ्तार किया है। वहीं, खरगोन हिंसा के दौरान एसपी सिद्धार्थ चौधरी (Khargone SP Siddarth Chaudhari) पर तलवार से हमला करने वाले इरफान को घटना के 30 दिन बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस इससे पूछताछ कर रही है। इस दौरान कई खुलासे की उम्मीद है।
Crime Branch of Delhi Police arrested one more accused namely Abdul alias Raja in connection with the Jahangirpuri violence case for allegedly inciting the crowd to violence, the police said
— ANI (@ANI) May 12, 2022/a>
दिल्ली के जहाँगीरपुरी में 16 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव शोभा यात्रा पर हमला हुआ था। हमले में पुलिसकर्मियों तक को नहीं बख्शा गया था। कई गाड़ियों में जमकर तोड़फोड़ की गई थी। हनुमान जन्मोत्सव की शोभा यात्रा पर हमले के साथ शुरू हुई हिंसा की खबर पाकर जब पुलिस वहाँ पर पहुँची, तो पुलिस पर भी पथराव किया गया। जहाँगीरपुरी हिंसा के 100 से ज्यादा वीडियो व सीसीटीवी फुटेज सामने आए थे। इन्हीं में से एक वीडियो में मोहम्मद सोनू, उर्फ यूनुस सोनू हिंसा में गोली चलाते हुए दिख रहा था। वह हिस्ट्रीशीटर सलीम चिकना का भाई है। वीडियो में देखा गया था कि जब अन्य पत्थरबाज शोभा यात्रा पर पत्थर बरसा रहे थे, उसी बीच एक नीले रंग का कुर्ता और जालीदार टोपी पहना हुआ सोनू चिकना कैसे गोली चला रहा था।
दूसरी ओर खरगोन शहर में 10 अप्रैल को रामनवमी की शोभा यात्रा के दौरान आगजनी और पथराव के बाद कई स्थानों पर भयानक हिंसा भड़की थी। हिंसा में संजय नगर क्षेत्र में खरगोन एसपी सिद्धार्थ चौधरी पर भी हमला हुआ था। तलवार लहराते हुए एसपी पर यह हमला इरफान ने किया था। इसके बाद से इरफान फरार चल रहा था। एसपी पर गोली चलाने वाले आरोपित मोहसिन उर्फ वसीम को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी के मौके पर निकली शोभायात्रा पर 10 अप्रैल 2022 को जमकर पथराव किया गया था। बताया गया था कि मस्जिद के बाहर डीजे को लेकर मुस्लिमों ने आपत्ति जताई थी, वहीं राम भक्तों पर पथराव के साथ 30 से ज्यादा दुकानों और मकानों में आग लगा दी गई और मंदिरों में भी तोड़फोड़ की गई थी। इस घटना के कई पुराने वीडियो भी वायरल हुए थे, जिसमें मुस्लिम भीड़ इस्लामी गाने पर कट्टा और हथियार लहराते हुए मंदिर के बाहर डांस करती नजर आई थी।