Sunday, September 1, 2024
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‘कर देंगे तड़ी पार, बुलाऊँ क्या अली को…’: मंदिर के बाहर तमंचे और हरे झंडे के साथ नजर आई मुस्लिम भीड़, खरगोन का पुराना वीडियो वायरल

"ये है खरगोन, जहाँ एक मस्जिद के बाहर संगीत बजाने पर रामनवमी के जुलूस पर पथराव किया गया है। जबकि यह ठीक एक मंदिर के सामने हो रहा है। हाथ में पिस्तौल लिए भीड़ को देखिए।"

मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी के मौके पर निकली शोभायात्रा पर रविवार (10 अप्रैल 2022) को जमकर पथराव किया गया। बताया गया कि मस्जिद के बाहर डीजे को लेकर मुस्लिमों ने आपत्ति जताई थी वहीं राम भक्तों पर पथराव के साथ 30 से ज्यादा दुकानों और मकानों में आग लगा दी गई और मंदिरों में भी तोड़फोड़ की गई थी। वहीं कई पुराने वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें मुस्लिम भीड़ इस्लामी गाने पर कट्टा और हथियार लहराते हुए मंदिर के बाहर डांस करती नजर आ रही है।

स्वराज की पत्रकार स्वाति गोयल शर्मा ने एक पुराना वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है, “ये है खरगोन, जहाँ एक मस्जिद के बाहर संगीत बजाने पर रामनवमी के जुलूस पर पथराव किया गया है। जबकि यह ठीक एक मंदिर के सामने हो रहा है। हाथ में पिस्तौल लिए भीड़ को देखिए।”

उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में वीडियो को संभवतः 2018 का बताते हुए लिखा है, “मध्य प्रदेश के खरगोन में एक मंदिर के पास से हरे झंडे और डीजे के साथ जुलूस, जहाँ रामनवमी के जुलूस पर पत्थरों से हमला किया गया था।” उन्होंने अपने उसी ट्वीट में गाबे के बोल भी शेयर किए हैं जो कि भड़काऊ हैं।

इस्लामी गाने के बोल है-

कर देंगे तड़ी पार
बुलाऊँ क्या अली को
एक बार में मिट जाएगा हर बार का झगड़ा
बुलाऊँ क्या अली को

वहीं स्वाति गोयल शर्मा ने ओवैसी को टैग करते हुए एक और वीडियो शेयर किया है जिसमें मुस्लिम भीड़ इस्लामी गाने पर मंदिर के बाहर नाचती-कूदती नजर आ रही है। उत्तराखंड के इस वीडियो में भी गाने के बोल भड़काऊं हैं।

जहाँ खरगोन में इतने भड़काऊ इस्लामी गीत पर मुस्लिम भीड़ खुलेआम हथियार लहराते हुए मंदिर के बाहर डीजे बजाकर उछल रही है जबकि पूरे इलाके में हिन्दुओं द्वारा कोई उपद्रव पैदा नहीं किया गया। वहीं रामनवमी पर हिन्दुओं की शोभायात्रा को बस इसलिए निशाना बनाया गया, पत्थरबाजी की गई, दुकानें जलाई गईं कि शोभायत्रा में डीजे बज रहा था।

हालाँकि दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक रामनवमी शोभायात्रा पर पथराव और खरगोन में हिंसा की घटना अचानक नहीं घटी। यह पूर्व नियोजित हमला था। उपद्रवियों ने पहले से ही छतों पर पत्थर और पेट्रोल बम जमा कर रखे थे। एक बार नहीं, बल्कि दो-दो बार आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया। यहाँ तक कि शाम में हुए हमले के बाद शांति-व्यवस्था कायम रखने के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया था। इसके बाद रात के लगभग 12 बजे एक बार फिर से हिंसा भड़की और कई घरों को आग के हवाले कर दिया गया। कई घरों में लूटपाट की गई। जिस पर बाद में शिवराज सरकार ने बुलडोजर चलाकर एक्शन भी लिया।

गौरतलब है कि खरगोन में हर साल रामनवमी के मौके पर तालाब क्षेत्र से शोभा यात्रा निकाले जाने की परंपरा रही है। इस साल भी बड़ी तैयारी के साथ दोपहर 3 बजे ये शुरू हुआ। मुख्य झाँकी को दांगी मोहल्ले में ही खड़ा कर रामनवमी की शोभा यात्रा रोकनी पड़ी थी। फायर फाइटर का कांच तोड़ दिया गया था। बिजली ट्रांसफर्मरों को आग के हवाले किया गया। वहीं यह भी बताया जा रहा है कि 7 साल पहले भी जब खरगोन में दंगे हुए थे तो इसी तरह से भारी संख्या में घरों की छतों पर पत्थर मिले थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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