हाल ही में एक इंटरनेट एप्लिकेशन को लेकर विवाद खड़ा हुआ था। ‘Sullideals’ नाम के इस एप की मदद से मुस्लिम महिलाओं को आपत्तिजनक रूप से दिखाने के आरोप लगे थे। अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने इस मामले का संज्ञान लिया है। आरोप लगे हैं कि मुस्लिम महिलाओं को डील के रूप में ऑफर करने वाले इस एप का निर्माण एक मुस्लिम व्यक्ति ने ही किया है।
इससे पहले इस्लामी कट्टरपंथियों ने आरोप लगाए थे कि हिन्दुओं ने इस एप को बनाया है और इसके माध्यम से मुस्लिमों को बदनाम किया जा रहा है। मेनस्ट्रीम मीडिया ने भी इसी नैरेटिव को आगे बढ़ाया था। अब ‘sullidealsXpose’ नाम के एक ट्विटर हैंडल ने आरोप लगाया है कि इस एप के पीछे जो व्यक्ति है, उसका नाम जावेद है। आरोप है कि जावेद ने @AnonMark3 और @AnonHindu4 नाम के दो ट्विटर हैंडल्स भी बना रखे हैं।
Now what if I told you both these accs are operated by the one and the same person – and what if I told you that this person is a MUSLlM??
— #ArrestJavedAlam (@sullidealsXpose) August 30, 2021
His name is JAVED, here he’s having some chat with a M woman – who gave all this info to us.. [contd.] pic.twitter.com/PIxV2ViuyD
जहाँ एक हैंडल से हिन्दू महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक सामग्रियाँ प्रसारित की जा रही थीं, वहीं दूसरे से मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ अश्लील बातें की जा रही थीं। आरोप है कि ये दोनों ही हैंडल्स अश्लील सामग्रियों से भरे पड़े हैं। इस एप को एक्सपोज करने का दावा करने वाले ने एक मुस्लिम महिला से इस सम्बन्ध में सूचना मिलने की बात कही। जावेद के साथ एक मुस्लिम महिला की कथित बातचीत की स्क्रीन रिकॉर्डिंग भी शेयर हुई है।
Next conversation they move on to tg, where shockingly & perhaps to impress the girl Javed admits to creating the infamous #SulliDealsApp
— #ArrestJavedAlam (@sullidealsXpose) August 30, 2021
Reason? To create a “scenario” where some M women pics’re misused which’ll “teach ’em a lession”
He said he didn’t regret even the slightest pic.twitter.com/P8qwkYQysI
इसमें जावेद को कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियाँ करते हुए देखा जा सकता है। इस बातचीत के टेक्स्ट में ‘जावेद’ उक्त मुस्लिम महिला से अंतर-धार्मिक प्यार के बारे में पूछ रहा है, खासकर किसी हिन्दू पुरुष के साथ। ‘जावेद’ ने महिला से पूछा कि कैसे वो इस रिश्ते में आए, जिसके बाद महिला ने बताया कि उक्त व्यक्ति ने उसे प्रोपोज किया था। इस दौरान जावेद ने हिन्दू-मुस्लिम के बीच अंतर-धार्मिक रिश्ते को ‘सुंदर’ बताते हुए कहा कि ऐसे संबंधों की संख्या ज्यादा होनी चाहिए।
Later he adds the girl to his contact list & we’re able to track him down to his home address..
— #ArrestJavedAlam (@sullidealsXpose) August 30, 2021
He is Javed Alam, 23, B. Tech CSE from GLA University Mathura, living in Padrauna, UP and currently working with @AccentureIndia
I’ve his three mobiIe nos in case anyone doing an FIR pic.twitter.com/wQKB8eJ0N5
स्क्रीन रिकॉर्ड की मानें तो ‘जावेद’ इस बातचीत में खुद को हिन्दू दिखाते हुए एक घटना के बारे में बताता है। वो कहता है कि कॉलेज के दिनों में उसकी एक मुस्लिम गर्लफ्रेंड थी। उसने दावा किया कि अंतर-धार्मिक रिश्तों को बढ़ावा देने के लिए उसने ‘इंटरफेथ इरोटिका’ कंटेंट्स वाला हैंडल बनाया है। इसके बाद एक संभवतः टेलीग्राम कंवर्शेशन का स्क्रीन रिकॉर्ड शेयर किया गया, जिसमें पता चलता है कि ‘जावेद’ ने मुस्लिम महिलाओं के गलत इस्तेमाल के लिए एक एप बनाया है।
Now plz note that my purpose is not to spread hatred against any community, infact I myself am a proud secular..
— #ArrestJavedAlam (@sullidealsXpose) August 30, 2021
I am only against those musanghis who harrassed muslim women for posting their pics and against Javed Alam who created the #SulliDeals app.
Spread the Truth 🙏
हालाँकि, इसमें कहीं ‘Sullideals’ का नाम नहीं लिया जाता है। जब उससे उन मुस्लिम महिलाओं के बारे में पूछा गया जिनकी तस्वीरों का उसने गलत इस्तेमाल किया, तो वो भद्दी भाषा का प्रयोग करते हुए कहते हैं कि वो सभी ‘वेश्याएँ’ थीं। वो कहता है कि उसने इसका कोई पछतावा नहीं है। एक कंवर्शेशन में वो बताता है कि कैसे उसने हिन्दुओं पर इस एप को बनाने की बदनामी डाल दी। उसकी पहचान मथुरा के GLA यूनिवर्सिटी के ‘जावेद आलम’ के रूप में बताई जा रही है।
एक्सपोज करने वाले हैंडल ने दो फोन नंबर्स मिलने का भी दावा किया है। 24 जुलाई, 2021 को एक मीडिया संस्थान ने जावेद से संपर्क करने का दावा किया था। इसमें उसने ‘Sullideals’ से अपना सम्बन्ध होने की बात नकार दी थी, लेकिन एक महिला के साथ इंटरफेथ रिलेशनशिप पर सामान्य बातचीत होने की बात कबूली थी। उसने धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले बयान देने की बात भी नकार दी थी।