Saturday, July 27, 2024
Homeदेश-समाजरोजा वाले वकील की तारीफ, रमजान के बाद तारीख: सुप्रीम कोर्ट के जज चंद्रचूड़,...

रोजा वाले वकील की तारीफ, रमजान के बाद तारीख: सुप्रीम कोर्ट के जज चंद्रचूड़, पेंडिग है 67 हजार+ केस

“I am sorry... आप पहले ही बता देते तो हम मामले को स्थगित कर सकते थे। आप कृपया जाइए और आराम करिए। मैं पानी की एक बूँद पिए बिना पूरे दिन उपवास रहने (रोजा) की क्षमता की प्रशंसा करता हूँ।“

शुक्रवार (16, अप्रैल) को सुप्रीम कोर्ट के जज डीवाई चंद्रचूड़ ने सुनवाई के दौरान एक वकील से कहा कि वो रमजान के दौरान बिना पानी की एक बूँद भी पिए पूरे दिन उपवास करने की उनकी क्षमता की प्रशंसा करते हैं। इसके बाद जस्टिस चंद्रचूड़ ने वकील को राहत देते हुए सुनवाई को स्थगित कर दिया।

जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एमआर शाह की पीठ इलाहाबाद उच्च न्यायालय के 29 नवंबर 2019 के निर्णय के विरुद्ध दाखिल स्पेशल लीव पिटीशन (एसएलपी) पर सुनवाई कर रहे थी। उच्च न्यायालय के इस निर्णय में याचिककर्ता को हत्या का दोषी ठहराया गया था और उसे उम्रकैद की सजा दी गई थी।

याचिककर्ता के वकील ने पीठ से समय माँगते हुए कहा, “रमजान चल रहा है और कोविड-19 का संकट भी है। क्या आप कृपया रमजान के बाद इस मामले को सूचीबद्ध कर सकते हैं?”

लाइव लॉ के अनुसार वकील के इस निवेदन पर जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, “आई एम सॉरी, आप पहले ही बता देते तो हम मामले को स्थगित कर सकते थे। आप कृपया जाइए और आराम करिए। मैं बिना पानी की एक बूँद भी पिए पूरे दिन उपवास रहने की क्षमता की प्रशंसा करता हूँ।“

इसके बाद जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की पीठ ने याचिककर्ता के वकील को राहत देते हुए एसएलपी पर हो रही सुनवाई को स्थगित कर दिया और एसएलपी पर आगामी सुनवाई के लिए 10 मई 2021 की तारीख को सूचीबद्ध कर दिया।

एकदम सरकारी आँकड़ा

सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग केस की बात करें तो यह 4 अप्रैल 2021 तक 67279 के आँकड़े तक पहुँच गई थी। एक रोचक बात और… सुप्रीम कोर्ट में रामलला विराजमान की तरफ से जो वकील पेश हुए थे, उनका नाम के पराशरण है। बहस से समय 92 साल के थे। तब पराशरण ने घंटों खड़े होकर बहस की थी। अदालत में जजों ने उनकी उम्र को देखते हुए उन्हें बैठ कर बहस करने की सहूलियत दी, लेकिन पराशरण ने कहा कि इंडियन बार की जो परंपरा है, वह उसी हिसाब से चलेंगे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘तुम कोटा के हो ब#$द… कोटा में रहना है या नहीं तुम्हें?’: राजस्थान विधानसभा में कॉन्ग्रेस विधायक ने सभापति और अधिकारियों को दी गाली,...

राजस्थान कॉन्ग्रेस के नेता शांति धारीवाल ने विधानसभा में गालियों की बौछार कर दी। इतना ही नहीं, उन्होंने सदन में सभापति को भी धमकी दे दी।

अग्निवीरों को पुलिस एवं अन्य सेवाओं की भर्ती में देंगे आरक्षण: CM योगी ने की घोषणा, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ सरकारों ने भी रिजर्वेशन...

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी और एमपी एवं छत्तीसगढ़ की सरकार ने अग्निवीरों को राज्य पुलिस भर्ती में आरक्षण देने की घोषणा की है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -