हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के आरोपितों ने उत्तर प्रदेश में में अपनी जान को खतरा बताया है और इसी का हवाला देते हुए आरोपितों ने सुप्रीम कोर्ट में केस को लखनऊ से दिल्ली ट्रांसफर करने की गुहार लगाई है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए यूपी सरकार को नोटिस जारी कर जवाब माँगा है।
गुरुवार को कमलेश तिवारी की हत्या के मुख्य आरोपी अशफाक की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई, जिसमें मुख्य आरोपी अशफाक ने सर्वोच्च अदालत में याचिका दायर कर कहा है कि यूपी में उसकी जान को खतरा है, इसलिए हत्या के केस को दिल्ली या किसी अन्य राज्य में शिफ्ट किया जाए। इस मामले पर सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को नोटिस जारी कर जवाब माँगा है।
Supreme Court today issued notice to the Uttar Pradesh Government after hearing the plea filed by the accused, seeking to transfer the trial from Uttar Pradesh to Delhi in connection with the alleged murder case of Hindu Samaj Party leader, Kamlesh Tiwari.
— ANI (@ANI) March 5, 2020
दरअसल कमलेश तिवारी हत्याकांड में यूपी पुलिस ने जाँच के बाद दो लोगों पर हत्या करने और 11 लोगों पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कोर्ट में चार्जशीट दायर किया है। इसी बीच हत्या के आरोपित अशफाक ने यूपी में अपनी जान को खतरा बताते हुए सुप्रीम कोर्ट से केस को दिल्ली या किसी अन्य जगह भेजने की माँग की।
बता दें कि पिछले वर्ष 18 अक्टूबर को हिंदू महासभा के पूर्व नेता और हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की दो बदमाशों ने लखनऊ में बेरहमी से हत्या कर दी थी। दोनों बदमाश भगवा कपड़े पहने हुए थे और मिठाई के डिब्बे में पिस्टल व चाकू छिपाकर लाए थे। दोनों नाका स्थित खुर्शेदबाग की तंग गलियों में स्थित कमलेश के घर पहुँचे। पहली मंजिल स्थित पार्टी दफ्तर में पहले उनकी गर्दन पर गोली मारी थी। फिर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर गला रेत दिया था।
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‘मैं अली को जानती तो नहीं, लेकिन उसने कमलेश तिवारी की हत्या का जश्न मनाया… इसलिए उसे रिलीज करो’