Monday, April 21, 2025
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केरल का मुहम्मद मुहसिन गया था IS के लिए लड़ने, ड्रोन अटैक में मारा गया

मुहम्मद मुहसिन इंजीनियरिंग का छात्र था जोकि 2017 में लापता हो गया था। ड्रोन हमले में मुहम्मद मोहसिन के अलावा इस्लामिक स्टेट का एक अन्य कमांडर हुज़ैफा-अल-बकिस्तान भी मारा गया।

अमेरिकी ड्रोन हमलों में केरल के एक शख़्स की मौत की ख़बर सामने आई है। दरअसल, मुहम्मद मुहसिन नाम का यह शख़्स इंजीनियरिंग का छात्र था जोकि 2017 में लापता हो गया था। ख़बर के अनुसार, मुहम्मद मुहसिन केरल के मल्लपुरम ज़िले के इडप्पल का रहने वाला था। वो अफ़गानिस्तान चला गया था और उसने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) ज्वॉइन कर लिया था। ख़बर यह भी है कि इस हमले में मुहम्मद मोहसिन के अलावा इस्लामिक स्टेट का एक अन्य कमांडर हुज़ैफा-अल-बकिस्तान भी मारा गया है। बकिस्तान के बारे में पता चला है कि वो भारतीय युवाओं को आतंक के रास्ते पर चलने के लिए भड़काता था।

मुहम्मद मुहसिन की मौत की ख़बर उसके परिजनों को व्हाटसएप के एक संदेश के ज़रिए मिली। वो संदेश मलयालम भाषा में लिखा था, “आपका भाई शहीद होना चाहता था। अल्लाह ने उसकी आकांक्षा के मुताबिक़ उसकी ख़्वाहिश पूरी कर दी। 10 दिन पहले हुए अमेरिकी सेना के ड्रोन हमले में वो शहीद हो गया।”

इसी संदेश में आगे लिखा था कि कृपया यह बात पुलिस को ना बताएँ, वर्ना वो आपके घर आकर आपको परेशान करना शुरू कर देंगे। आपका भाई ऐसा कुछ भी नहीं चाहता था। पुलिस के मुताबिक़, इस मैसेज में एक तस्वीर भी है, जिसमें मुहम्मद मुहसिन की डेडबॉडी दिखाई गई है। इस तस्वीर को देखकर मुहसिन के परिजनों ने उसकी पहचान कर ली है। इस बात का पता नहीं चल सका है कि यह फ़ोटो कहाँ से आई है।

ख़बर में एक सरकारी आँकड़े के अनुसार बताया गया है कि आतंकी संगठन को ज्वॉइन करने वाले अधिकतर लोग केरल के कन्नूर ज़िले से हैं। वहाँ क़रीब 40 लोग इस आतंकी संगठन में जा चुके हैं। इन 40 लोगों में 8 महिलाएँ भी शामिल हैं।

कन्नूर के अलावा कासरगोड, कोझिकोड, मलप्पुरम, पलक्कड़, एर्नाकुलम और थ्रिसुर के लोग भी इस आतंकी संगठन में शामिल हो चुके हैं। इनमें से अधिकतर लोग सोशल मीडिया के माध्यम से आतंकी संगठन IS से प्रभावित हुए थे। ऐसा कहा जाता है कि IS से सहानुभूति रखने वाले मलयाली समूहों के अधिकतर सोशल मीडिया अकाउंट्स गल्फ़ देशों से चल रहे हैं। ये सभी समूह विशेष तौर पर केरल में रहने वाले मुस्लिमों पर अपना जाल फेंककर उन्हें फँसाते हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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