कुंडली बॉर्डर पर शुक्रवार (15 अक्टूबर 2021) को उस समय सनसनी फैल गई जब किसान आंदोलनकारियों के मुख्य मंच के पास एक युवक का लटका हुआ शव मिला। बताया जा रहा है कि पहले युवक की बेरहमी से हत्या की गई फिर उसका हाथ काटकर बैरिकेड से लटका दिया गया। पाँचों ऊँगलियों के साथ पूरी हथेली काटकर अलग कर दी गई। गर्दन पर भी तेजधार हथियार से हमले के निशान हैं।
मृतक युवक की पहचान 35 साल के लखबीर सिंह को तौर पर हुई है। वह तीन बेटियों का पिता था। बताया जा रहा है कि शख्स पंजाब के तरनतारन के गाँव चीमा खुर्द का निवासी था। लखबीर सिंह की पत्नी जसप्रीत उसके नशे की आदत के चलते पाँच साल पहले मायके चली गई थी। जसप्रीत के साथ ही तीनों बेटियाँ भी रहती हैं। तीनों बेटियों में कुलदीप 8 साल, सोनिया 10 साल और तानिया 12 साल की है।
मृतक की पहचान हरनाम सिंह के पुत्र लखबीर सिंह के तौर पर हुई है। जब वह 6 महीने का था, तभी हरनाम सिंह ने लखबीर को गोद लिया था। हरनाम सिंह रिश्ते में लखबीर के फूफा हैं। लखबीर के असल पिता का नाम दर्शन सिंह था। लखबीर सिंह के माता-पिता पहले ही मर चुके हैं। उसकी एक बहन है राज कौर। पुलिस के मुताबिक लखबीर का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है, ना ही किसी राजनीतिक दल से वह जुड़ा हुआ है। उसके खिलाफ गाँव में किसी ने लड़ाई-झगड़े तक करने की शिकायत नहीं की। दलित लखबीर सिंह मजदूरी कर गुजारा करता था।
मृतक की बहन राज कौर का कहना है कि चीमा में आने के बाद वह निहंगों के साथ उठता-बैठता था। वह 13 अक्टूबर को मंडी जाने की बात कह कर घर से निकला था। उसे शक है कि कोई उसे पैसों का लालच देकर या बहकावे से दिल्ली साथ ले गया होगा।
सिंघु बॉर्डर पर शख्स की हत्या करने का आरोप निहंग सिखों पर लगा है। संयुक्त किसान मोर्चा ने भी उन पर ही आरोप लगाए हैं। निहंग ग्रुप ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है। निहंगों का कहना है कि शख्स ने सरबलोह ग्रंथ के संबंध में बेअदबी करने का प्रयास किया था। पुलिस ने इस संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
डीएसपी हंसराज ने बताया कि सुबह पाँच बजे थाना कुंडली में सूचना मिली कि जो किसान आंदोलन चल रहा है उसकी स्टेज के पास एक व्यक्ति का शव लटकाया हुआ है। थाने से एएसआई संदीप टीम के साथ मौके पर पहुँचे। वहाँ देखा कि शख्स के शरीर पर सिर्फ अंडरवियर था।