Thursday, May 22, 2025
Homeदेश-समाजकश्मीर में एक्शन में भारतीय सेना, लश्कर कमांडर उजैर खान समेत 2 आतंकी ढेर:...

कश्मीर में एक्शन में भारतीय सेना, लश्कर कमांडर उजैर खान समेत 2 आतंकी ढेर: 7 दिन चले एनकाउंटर के बाद भी जारी रहेगा सर्च ऑपरेशन

सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खात्मे के लिए 12 सितंबर को इस ऑपरेशन की शुरुआत की थी। ऑपरेशन के दूसरे दिन सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोंचक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूँ भट बलिदान हो गए थे।

भारतीय सेना ने जवानों के बलिदान का बदला ले लिया है। दरअसल, सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर उजैर खान को मार गिराया है। उस पर 10 लाख रुपए का इनाम था। इसके अलावा सेना को एक अन्य आतंकी की भी लाश मिली है। उजैर खान के खात्मे के साथ ही अनंतनाग में बीते एक सप्ताह से चली आ रही मुठभेड़ भी खत्म हो गई।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कश्मीर के एडीजीपी विजय कुमार ने इस ऑपरेशन के बारे में बताया, “अभी सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा। कई सारे इलाके बाकी हैं। लोगों से अपील है कि वे उन इलाकों में न जाएँ। वहाँ कई सारे ग्रेनेड होने की आशंका है। हमें 2 से 3 आतंकियों के छिपे होने की जानकारी थी। लश्कर-ए-तैयबा कमांडर उजैर खान मारा गया है। उसके पास से हथियार भी बरामद हुआ है। एक अन्य बॉडी मिली है। तीसरे आतंकी की लाश मिलने की भी संभावना है।”

उन्होंने आगे कहा है, “अभी भी पूरे इलाके की तलाशी की जानी बाकी है। बहुत सारे ग्रेनेड पड़े हो सकते हैं। उन्हें इकट्ठा कर नष्ट किया जाएगा। फ़िलहाल, लश्कर कमांडर उजैर खान के मारे जाने के साथ ही 7 दिन से चली आ रही, मुठभेड़ समाप्त हो गई है।”

बता दें कि सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खात्मे के लिए 12 सितंबर को इस ऑपरेशन की शुरुआत की थी। इस ऑपरेशन के दूसरे दिन यानी 13 सितंबर को सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोंचक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूँ भट बलिदान हो गए थे।

इसके बाद सुरक्षा बलों के खौफ से आतंकी वहाँ से भाग कर गैरोल गाँव में छिप गए थे। इन आतंकियों में लश्कर कमांडर उजैर खान भी था। गौरतलब है कि सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच यह मुठभेड़ जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित पीर पंजाल की पहाड़ियों में कोकरनाग के गैरोल में चल रही थी। इसलिए इसे ‘ऑपरेशन गैरोल’ भी कहा जा रहा था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

सारे कपड़े जला दिए ताकि बदन न ढक सके औरतें, घरों के पानी के कनेक्शन काटे ताकि आग न बुझा सके: मुर्शिदाबाद में कुल्हाड़ी...

मुर्शिदाबाद में हिंदुओं के घर में रखे सभी कपड़ों को जला दिया गया, ताकि घर की महिलाओं के पास अपने शरीर को ढकने के लिए कुछ भी न बचे।

‘कानून व्यवस्था के लिए खतरा है धर्मांतरण, पीड़ित की शिकायत के बिना भी एक्शन ले सकती है सरकार’: इलाहाबाद हाई कोर्ट, लालच देकर दुर्गा...

कोर्ट ने माना कि FIR और गवाहों के बयान ऐसे अपराध को दर्शाते हैं, जिनकी जाँच जरूरी है। इसलिए कोर्ट ने जाँच में दखल देने से इनकार कर दिया।
- विज्ञापन -