यौन शोषण के आरोप में जेल की सलाखों के पीछे भेजे गए चिन्मयानंद से रंगदारी मॉंगने के आरोप में पीड़ित छात्रा की गिरफ्तारी हो सकती है। पॉंच करोड़ रुपए की रंगदारी मॉंगने के इस मामले के तीन आरोपित पहले से ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। असल में कॉल डिटेल सामने आने के बाद से इस मामले में छात्रा की भी मुश्किलें बढ़ गई है।
मामले की जॉंच कर रही एसआईटी के अनुसार जनवरी 2019 से अगस्त महीने तक चिन्मयानंद और पीड़ित छात्रा के बीच 200 बार फोन पर बातचीत हुई थी। वहीं, पीड़ित छात्रा की उसके साथी संजय से इसी अवधि में 4200 बार कॉल पर बातचीत हुई। हालॉंकि छात्रा और उसके परिजन इन आरोपों को गलत बताते हैं और उनका दावा है कि उन्हें बेवजह फॅंसाने की कोशिश हो रही है।
मीडिया रिपोर्टों में पीड़ित छात्रा के हवाले से कहा गया है कि संजय, सचिन और दुर्गेश ने किस से और कितने पैसे मॉंगे इसकी मुझे जानकारी नहीं है। परेशान करने के लिए इस मामले में मेरा नाम शामिल किया गया है। दबाव बनाने की कोशिश हो रही ताकि चिन्मयानंद के खिलाफ हम मजबूत पैरवी न कर सकें। इस संबंध में शनिवार को छात्रा के पिता ने वकीलों से घंटों मशविरा किया। उनका कहना है कि उनकी बेटी का ही उत्पीड़न हुआ और अब उसे ही आरोपित बनाने की साजिश रची जा रही है।
रंगदारी मॉंगने के मामले में गिरफ्तार किए जा चुके संजय, दुर्गेश और सचिन सेंगर को भी शाहजहॉंपुर की उसी जेल में रखा गया है, जहॉं चिन्मयानंद बंद है। हालॉंकि अंदर विवाद की कोई स्थिति नहीं पैदा हो इसलिए इन्हें चिन्मयानंद की बैरक से काफी दूर रखा गया है। संजय इससे पहले भी जानलेवा हमले के आरोप में जेल जा चुका है।
गौरतलब है कि 25 अगस्त को चिन्मयानंद के वकील ओम सिंह ने इस संबंध में मामला दर्ज कराया था। इसके मुताबिक 22 अगस्त को चिन्मयानंद के मोबाइल पर किसी अनजान नंबर से वाट्सएप मैसेज आया। जिसमें लिखा था कि पॉंच करोड़ रुपए की रंगदारी नहीं देने पर बदनाम कर देंगे। इसके बाद दस सितंबर को एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें चार युवक व लड़की बात करते दिखाई दे रहे। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक जेल में चिन्मयानंद को बमुश्किल नींद आ रही है। बताया जा रहा है कि शनिवार को विधायक मानवेंद्र और रोशन लाल ने उससे जेल में मुलाकात की। हालॉंकि दोनों विधायकों ने इससे इनकार किया है।