माफिया मुख्तार का करीबी रियाज अंसारी… दादागिरी से करवाया था अवैध कार्यालय का निर्माण: योगी सरकार ने बुलडोजर चलवाया

माफिया मुख़्तार अंसारी के साथी रियाज़ की अवैध इमरान पर चला बुलडोजर (चित्र साभार- गाजीपुर पुलिस)

उत्तर प्रदेश के माफिया मुख़्तार अंसारी के एक और करीबी की अवैध सम्पत्तियों पर बुलडोजर चला है। यह कार्रवाई रियाज अंसारी पर हुई है जो गाजीपुर जिले के बहादुरगंज से नगर पंचायत अध्यक्ष के शौहर हैं। रविवार (12 दिसंबर 2023) को हुआ यह एक्शन कोर्ट के आदेश पर हुआ है जिसका पालन करवाने के लिए भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा। रियाज़ एक मामले में फरार चल रहा है जिस पर प्रशासन ने 25 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ध्वस्तीकरण की यह कार्रवाई गाजीपुर जिले के थानाक्षेत्र कासिमाबाद में हुई है। यहाँ के बहादुरगंज में रियाज़ अंसारी का मुख़्तार से करीबियों के चलते काफी रसूख है। रियाज़ की बीवी निकहत परवीन बहादुरगंज से नगर पालिका की चेयरपर्सन हैं। रियाज अंसारी ने अपनी दादागीरी के दम पर बहादुरगंज में एक अवैध कैम्प कार्यालय बनवा रखा था। यह कार्यालय 760 वर्गफुट भूमि पर था। जमीन निकहत परवीन के नाम से थी। इस निर्माण का नक्शा भी पास नहीं था।

इस अवैध निर्माण पर कार्रवाई के लिए अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत बहादुरगंज ने स्थानीय SDM (उप जिला मजिस्ट्रेट) कासिमाबाद की कोर्ट में आवेदन दिया था। SDM कोर्ट ने निर्माण को अवैध पाया और इसे ध्वस्त करने के आदेश जारी किए थे। इसी आदेश पर अमल करने के लिए रविवार को रियाज़ के कैम्प कार्यालय पर अधिकारियों का जमावड़ा लगा। मौके पर SHO कासिमाबाद भी पुलिस बल के साथ मौजूद है। बुलडोजर चला कर आखिरकार कैम्प कार्यालय के नाम पर हुए अवैध निर्माण को ध्वस्त करवा दिया गया।

बताते चलें कि रियाज़ अंसारी पर मदरसे में फर्जी नियुक्ति के नाम पर धांधली का आरोप है। इन्ही आरोपों के चलते उस पर कासिमाबाद थाने में FIR भी दर्ज है। रियाज़ फिलहाल फरार है जिस पर पुलिस ने अब 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। रियाज़ के अलावा इसी केस में उसके 3 अन्य सहयोगी भी फरार हैं। उन पर भी 25 हजार रुपए का इनाम रखा गया है। मदरसे में नियुक्ति के इसी फर्जीवाड़े में खुद मुख़्तार अंसारी भी नामजद है।

इन सभी आरोपितों ने मिल कर रियाज़ अंसारी की बीवी की निकहत परवीन की नियुक्ति अवैध तौर पर मदरसे में करवा दी थी। पुलिस जाँच में दोषी पाए जाने के बाद निकहत परवीन जेल भेज दी गईं थीं। मुख़्तार अंसारी पहले से है जेल है। वहीं रियाज़ और फर्जीवाड़े में शामिल उनके 3 अन्य सहयोगी फिलहाल फरार चल रहे हैं जो अब 25 हजार के इनामी बन चुके हैं। काफी खोजबीन के बाद भी न मिलने पर पुलिस इन चारों के खिलाफ अदालत से कुर्की के आदेश भी ले चुकी है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया