उत्तर प्रदेश के रामपुर के पेमपुर गाँव में सेनिटाइजेशन के लिए पहुॅंचे एक युवक की हत्या की खबर सामने आई है। असामाजिक तत्वों ने उसके साथ मारपीट और गाली-गलौज की। फिर जबरन सैनिटाइजर पिला दिया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने आईपीसी की धारा 304 (गैरइरादतन हत्या), 147 और 323 के तहत केस दर्ज किया है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पेमपुर गाँव में उक्त युवक अपने साथी के साथ सैनिटाइज करने गया था। घटना मंगलवार (अप्रैल 14, 2020) की है।
मृतक का नाम कुँवरपाल है, जिसकी गाँव के ही इंद्रपाल के साथ हाथापाई हुई थी। इंद्रपाल पर सैनिटाइजर की कुछ बूँदें गिर गई थी, जिसके बाद वो बौखला गया और उसने कुँवरपाल पर हमला कर दिया।
इंद्रपाल ने पहले कुँवरपाल का मुँह दबाया। उसके बाद उसके मुँह में सैनिटाइजर डालने लगा। उसके मुँह को सैनिटाइजर से भर दिया। उसकी मौत शुक्रवार को उपचार के दौरान हो गई। एएसपी अरुण कुमार ने बताया कि मृतक के भाई ने पुलिस को घटना से अवगत कराया।
पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपित सहित कुल 5 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है। एएसपी ने अधिक जानकारी देते हुए बताया:
“मृतक के भाई ने हमें घटना के बारे में सूचना दी। उसने आरोप लगाया है कि जब मृतक 14 अप्रैल को मोतीपुरा गाँव में सेनेटाइजेशन करने गया था, तो कुछ बदमाशों ने उसे पीटा था। स्थानीय लोगों ने युवक को रामपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहाँ से डॉक्टरों ने उसे रेफर कर दिया। इसके बाद उसे मुरादाबाद जिले के टीएमयू अस्पताल में भर्ती कराया गया। 17 अप्रैल को उसकी मृत्यु हो गई।”
यूपी: रामपुर में सैनिटाइजेशन करने गए युवक को दबंगों ने जबरदस्ती पिलाया सैनिटाइजर, इलाज के दौरान गई जान#Coronavirushttps://t.co/9Ibbryj2Jc
— ABP News (@ABPNews) April 19, 2020
ये सब तब हुआ है, जब उत्तर प्रदेश के ही मुरादाबाद में स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले के बाद 17 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। ये घटना बुधवार (अप्रैल 15, 2020) की है, जब एक मेडिकल टीम हाजी नेब की मस्जिद के पास से मरीज के संपर्क में आए लोगों को क्वारंटीन करने के लिए लेने गई थी। लोगों ने एम्बुलेंस को घेर कर डॉक्टरों और मेडिकल कर्मचारियों की पिटाई शुरू कर दी। इसके बाद योगी सरकार ने एक्शन लेते हुए एनएसए के तहत मामला दर्ज कर के गिरफ़्तारी सुनिश्चित की।