कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने पूरे देश में कहर मचा रखा है। ऐसे में गरीबों की हालत फिर से बिगड़ने लगी है। लिहाजा केंद्र सरकार ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAN) के तहत मुफ्त खाद्यान्न देने का ऐलान किया है।
इसके तहत मोदी सरकार मई और जून के महीने में हर गरीब को 5 किलो अनाज मुफ्त देगी। इससे 80 करोड़ जरूरतमंदों को लाभ मिलेगा। मोदी सरकार गरीबों को राशन उपलब्ध कराने के लिए 26 हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी।
अधिकारियों ने बताया कि गरीबों के लिए प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिबद्धता के अनुरूप सरकार ने 80 करोड़ लाभार्थियों को मुफ्त अनाज देने का फैसला किया है, जैसा कि पिछले साल लॉकडाउन के दौरान किया गया था। इसके तहत दो महीनों के लिए प्रति माह प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज दिया जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसका स्वागत करते हुए कहा है कि मोदी सरकार कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में गरीबों के साथ खड़ी है। उन्होंने ट्वीट किया, “कोरोना वायरस के प्रभाव को देखते हुए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत दो महीने के लिए 5 किलोग्राम अनाज प्रदान करने के लिए 26,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएँगे। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसके लिए बधाई देता हूँ। इस कदम से लगभग 80 करोड़ लोगों को लाभ होगा। मोदी सरकार इस आपदा में हर कदम पर देशवासियों के साथ खड़ी है।”
कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए ₹26,000 करोड़ से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत दो महीने तक 5 किलो अनाज देने के निर्णय पर @narendramodi जी का अभिनंदन करता हूँ। इससे देश के करीब 80 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा। मोदी सरकार इस आपदा में हर कदम देशवासियों के साथ खड़ी है।
— Amit Shah (@AmitShah) April 23, 2021
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोर देकर महामारी के बीच गरीबों के लिए पोषण की व्यवस्था को महत्वपूर्ण बताया था। गौरतलब है कि पिछले साल जब पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया था उस समय भी मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 80 करोड़ गरीबों को अनाज दिया था। उस दौरान राशनकार्ड धारकों को अप्रैल, मई और जून के महीने में 5 किलो गेहूँ या चावल के साथ एक किलो दाल मुफ्त दिया गया था। बाद में इसे बढ़ाकर 30 नवंबर 2020 तक के लिए लागू कर दिया था।