Sunday, September 1, 2024
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मुनव्वर राना के बेटे तबरेज को यूपी पुलिस ने किया गिरफ्तार, जमीनी विवाद में चाचा को फँसाने के लिए खुद पर चलवाई थी गोली

यूपी पुलिस की जाँच में तबरेज राना पर फायरिंग की कहानी फर्जी पाई गई थी, जिसके बाद पुलिस ने CCTV फुटेज की जाँच की। राना का बेटा CCTV में कई शूटर्स के साथ नजर आया था। इसके बाद से तबरेज की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी, लगभग दो महीने बाद पुलिस ने आज उसे पकड़ ही लिया।

विवादित उर्दू शायर मुनव्वर राना के बेटे तबरेज राना को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उत्तर प्रदेश की रायबरेली पुलिस ने उसे लखनऊ के लालकुआं से बुधवार (25 अगस्त) शाम को पकड़ा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, तबरेज ने प्रॉपर्टी विवाद के चलते खुद पर फायरिंग करवाई थी और फिर साजिश के तहत अपने चाचा और भाइयों को नामजद कर दिया था। इसके बाद कोर्ट ने तबरेज के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। एबीपी के पत्रकार नीरज पांडे और दूरदर्शन के पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी पुलिस की जाँच में तबरेज राना पर फायरिंग की कहानी फर्जी पाई गई थी, जिसके बाद पुलिस ने CCTV फुटेज की जाँच की। राना का बेटा CCTV में कई शूटर्स के साथ नजर आया था। इसके बाद से तबरेज की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी, लगभग दो महीने बाद पुलिस ने आज उसे पकड़ ही लिया।

बताया जा रहा है कि मुनव्वर राना का उनके भाइयों के साथ जमीन विवाद चल रहा है। इसे लेकर 28 जून को रायबरेली में दो बाइक सवार युवकों ने राना के बेटे तबरेज पर हमला कर दिया था। तबरेज का कहना था कि जब तक उसने अपनी बंदूक निकाली तब तक दोनों मौके से भाग गए। इस मामले में तबरेज ने सदर कोतवाली में केस भी दर्ज कराया था।

पुलिस ने जब सिरे से इस मामले की जाँच की तो सीसीटीवी फुटेज में बड़ा खुलासा हुआ। पुलिस का कहना है कि तबरेज ने ही खुद पर गोली चलवाई थी और इसे हमले की शक्ल देना चाहता था।

बेटे पर लगे आरोपों और घर पर हुई छापेमारी को लेकर मुनव्वर राना लगातार यूपी पुलिस और योगी सरकार पर निशाना साधते रहे हैं। यहाँ तक कि उन्होंने अपने बेटे के एनकाउंटर का शक भी जताया था और कहा था कि पुलिस इसे कानपुर का बिकरु कांड बनाने की कोशिश कर रही है।

बता दें कि अपने विवादित बयानों के लिए मशहूर शायर ने हाल ही में महर्षि वाल्मीकि की तुलना तालिबान से की थी। उन्होंने कहा था, ”इंसान का कैरेक्टर बदलता रहता है। वाल्मीकि का जो इतिहास था, उसे तो हमें निकालना पड़ेगा न। हमें तो अफगानी अच्छे लगते हैं। वाल्मीकि को आप भगवान कह रहे हैं, लेकिन आपके मजहब में तो किसी को भी भगवान कह दिया जाता है।” राना ने न्यूज नेशन पर पत्रकार दीपक चौरसिया से बात करते हुए कहा था कि वाल्मीकि रामायण लिख देता है तो वो देवता हो जाता है, उससे पहले वो डाकू होता है।

इससे पहले उन्होंने शनिवार (17 जुलाई 2021) को कहा था, “अगर औवेसी की मदद से यूपी में योगी आदित्यनाथ दोबारा मुख्यमंत्री बने तो मैं प्रदेश छोड़कर चला जाऊँगा। ये भी मान लूँगा कि ये राज्य मुसलमानों के रहने लायक नहीं है।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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