अभिनेत्री कंगना रनौत को पद्मश्री मिलने के बाद से ही लिबरल गैंग बदहवास है। भीख में मिली आजादी वाले बयान के बाद देश का सेकुलर राजनीतिक जमात भी खुलकर उनके पीछे पड़ा है। इस कड़ी में उनके खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी भी की जा रही है।
सपा नेता अबू आजमी ने कंगना को ‘तलवे चाटने वाली औरत’ बताते हुए कहा था कि उसे जेल भेज देना चाहिए। इस बीच कंगना के खिलाफ एक कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता द्वारा की गई भद्दी टिप्पणियों का राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने सोमवार (15 नवंबर 2021) को संज्ञान लिया।
@NCWIndia has taken cognisance of the matter. Chairperson @sharmarekha has written to DGP Bihar seeking an immediate FIR in the matter and to arrest the accused for making derogatory comments about a woman on social media. The action taken must be apprised to NCW at the earliest.
— NCW (@NCWIndia) November 15, 2021
भाजपा कार्यकर्ता और कारोबारी नीलकांत बख्शी के एक ट्वीट के जवाब में, NCW ने कहा कि मामले का संज्ञान लिया गया है। इसके अलावा यह भी बताया गया कि चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने डीजीपी बिहार को पत्र लिखकर मामले में तत्काल FIR दर्ज करने और सोशल मीडिया पर एक महिला के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने वाले को गिरफ्तार करने को कहा है। आयोग ने मामले में की गई कार्रवाई से जल्द से जल्द अवगत कराने को भी कहा है।
कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता द्वारा कंगना के खिलाफ टिप्पणी
बिहार के सोशल मीडिया और आईटी सेल के महासचिव विनय ओझा ने रविवार (14 नवंबर 2021) को भारत के राष्ट्रपति द्वारा पद्म श्री पुरस्कार प्रदान किए जाने के बाद चार बार की राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ कई अपमानजनक और भद्दी टिप्पणियाँ की थी।
While @priyankagandhi is busy singing the “Ladki hoon, lad sakti hoon” tune in Uttar Pradesh, the IT & Social Media Gen.Secretary of Bihar Congress @VinayOjhaInc is exposing the true face of the Congress party and their attitude towards successful, independent, self made women!! pic.twitter.com/0e2Ihqe7iq
— Priti Gandhi – प्रीति गांधी (@MrsGandhi) November 14, 2021
अब ओझा ने यह ट्वीट डिलीट कर दिया गया है। हालाँकि इसका स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। बीजेपी कार्यकर्ता ने विनय ओझा के ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर किया है। कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता ने एक ट्वीट में लिखा था, “पुरस्कार भीख में मिल गया तो भिखारन ने सोचा होगा कि आजादी भी भीख में मिली होगी।” वहीं एक अन्य ट्वीट में ओझा ने लिखा था, ?पद्मश्री को पाना इतना आसान नहीं, जितना आप सोच रहे हैं। बहुत मेहनत करनी पड़ती है… जब राजा चरित्रहीन होता है तब तवायफों के कोठे गुलजार होते हैं।”