Monday, June 17, 2024
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न निकलें घर से, न समुद्र के आसपास जाएँ: रेमल चक्रवात के भारत आने से पहले PM मोदी ने अधिकारियों से तैयारी का जाना हाल, बंगाल में NDRF की 14 टीम तैनात

रेमल की आहट को देखते हुए पश्चिम बंगाल में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। फ़िलहाल तूफ़ान अभी 200 किलोमीटर से अधिक दूरी पर कहा जा रहा है, जो कि आधी रात के समय यह पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के तट से टकरा सकता है। ऐसे में बादल काले और तेज हवाएँ चलने के अनुमान हैं।

बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवातीय तूफ़ान रेमल के आज रात में पश्चिम बंगाल के तट से टकराने की आशंका है। तूफ़ान के दौरान 135 किलोमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से तेज हवाएँ चलने का अनुमान लगाया जा रहा है। तूफन से कम से कम नुकसान हो इसके लिए प्रशासन लगातार तैयारियों में जुटा हुआ है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (26 मई 2024) को संबंधित अधिकारीयों के साथ मीटिंग की। मीटिंग में उन्होंने राहत और बचाव कार्यों की तैयारियों की समीक्षा की।

रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपदा प्रबंधन के शीर्ष अधिकारियों के साथ मीटिंग की। मीटिंग में उन्होंने तूफ़ान की वर्तमान स्थिति और उसके भारत में होने वाले अनुमानित प्रभाव का जायजा लिया। PM मोदी ने अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश भी दिए। उन्होंने तूफ़ान से निबटने के लिए प्रशासनिक स्तर पर की गई तैयारियों की भी समीक्षा की। वायरल हो रहे एक वीडियो में वो अधिकारियों से रूबरू होते नजर आए।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रेमल की आहट को देखते हुए पश्चिम बंगाल में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। फ़िलहाल तूफ़ान अभी 200 किलोमीटर से अधिक दूरी पर है। आधी रात के समय यह पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के तट से टकरा सकता है। इसका असर पूरे पश्चिम बंगाल में देखा जाएगा। राजधानी कोलकता में हवाई अड्डे को बंद कर दिया गया है। किसी भी आपात स्थिति से निबटने के लिए NDRF की 14 टीमों को तैनात किया गया है। तटीय इलाकों के लोगों की सुरक्षा पर विशेष ध्याना दिया जा रहा है।

लोगों को घरों के अंदर ही रहने की सलाह दी गई है। समुद्र में किसी भी प्रकार की नाव ले जाने पर सख्त पाबन्दी लगाई गई है। माना जा रहा है कि तूफ़ान से न सिर्फ पश्चिम बंगाल बल्कि पूर्वोत्तर के कई राज्य प्रभावित होंगे। कोलकाता के श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह पर काम रोक दिया गया है। कई इलाकों में अभी से आसमान में घने बादल छा गए हैं और तेज हवाएँ चल रहीं हैं। कुछ समय पहले ही अम्फान नाम का तूफ़ान में पश्चिम बंगाल में आया था। हालाँकि जानकारों का मानना है कि रेमल की तीव्रता अम्फान से कम है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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