राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चोरी का एक बड़ा ही सनसनीखेज मामला सामने आया है। कालकाजी इलाके में स्थित अंजलि ज्वैलर्स के बाहर 5 हथियारबंद गार्ड मौजूद होने के बावजूद एक चोर पीपीई किट पहनकर शोरूम में घुसा और करोड़ों का सामान लेकर फरार हो गया। पूरी घटना बुधवार (जनवरी 20, 2021) रात 11:00 बजे की है।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए यह केस 24 घंटों में सुलझा लिया है। पड़ताल में पता चला कि चोर कोई और नहीं, बल्कि ज्वैलरी शॉप में काम करने वाला शेख नूर रहमान है। उसने 6 घंटे में अकेले इस वारदात को अंजाम दिया और इन 6 घंटों में भी वह सिर्फ़ 4 घंटे शोरूम में था।
पुलिस का कहना है कि आरोपित ने पहचान छिपाने के लिए पीपीई किट पहनकर चोरी की। वह अच्छे से वाकिफ था कि शोरूम के अंदर और आसपास कहाँ-कहाँ सीसीटीवी कैमरे लगे हैं।
इस वारदात के बारे में बुधवार को करीब 11 बजे अंजलि ज्वैलर्स के मैनेजर अरिजीत चक्रवर्ती ने पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस मौके पर पहुँची और जाँच की। पड़ताल में पता चला कि चोर छत से दुकान में घुसा और 25 किलो सोना लेकर चंपत हो गया। उसने करीब 20 करोड़ रुपए की चोरी को अंजाम दिया।
दिल्ली में एक ज्वेलरी शोरूम में एक चोर ने पीपीई किट पहनकर 20 करोड़ की चोरी की।
— Prashant Patel Umrao (@ippatel) January 22, 2021
पुलिस नें दुकान के कर्मचारी शेख नूर रहमान को गिरफ्तार किया है।
नूर नें 10 दिन की छुट्टी ली और प्लानिंग करके घटना को अंजाम दिया।
इन्हें नौकरी पर रखने से पहले अपनी जान-माल के बारे में अवश्य सोचें।
चोरी की राशि सुन पुलिस भी हैरान रह गई। डीसीपी साउथ ईस्ट राजेंद्र प्रसाद मीणा ने फौरन जिले की तमाम पुलिस को चोरी की वारदात को सुलझाने के लिए लगा दिया। सबसे पहले पुलिस ने इलाके की तमाम सीसीटीवी फुटेज को खंगाला और शोरूम के पास लगे कैमरे को भी देखा।
इसके बाद शोरूम के अंदर जो कैमरा लगा था, उसमें उन्हें चोरी करते हुए एक शख्स नजर आया, जिसने पहचान छिपाने के लिए पीपीई किट पहनी हुई थी। इस फुटेज से और चोर की गतिविधियों से यह पता चला कि यह कारनामा किसी अंदर के आदमी ने ही किया है।
पुलिस ने इसी आधार पर शोरूम में काम करने वाले सभी कर्मचारियों की लिस्ट बनाई, फिर सबका वेरिफिकेशन किया और सब से पूछताछ की गई। इसी पड़ताल में पुलिस को पता चला कि शोरूम में काम करने वाला एक इलेक्ट्रिशियन शेख नूर रहमान 15 दिन की छुट्टी लेकर घर गया हुआ है। पुलिस को इसी बिंदु पर शक हुआ।
जब पुलिस ने इस संबंध में पड़ताल की तो शेख से संपर्क नहीं हुआ। मगर, बाद में अपने खबरियों की मदद से पुलिस शेख रहमान तक पहुँच गई और उसे दिल्ली के करोलबाग से धर दबोचा। सख्ती से पूछताछ के बाद पुलिस ने उसके पास से सारा कैश और ज्वैलरी बरामद कर ली। शेख ने अपना जुर्म कबूलते हुए बताया कि शोरूम में उसे प्रताड़ित किया जाता था। बदला लेने के लिए उसने ये सब किया।
डीसीपी साउथ ईस्ट राजेंद्र प्रसाद मीणा के अनुसार शेख नूर रहमान ने वारदात से पहले रेकी की हुई थी। उसने यूट्यूब देखकर आइडिया इकट्ठे किए और बाद में इस वारदात को अंजाम दे डाला। पुलिस का कहना है कि इलेक्ट्रिशियन होने के कारण वह हाई टाइप टूल चलाने में माहिर है। चोरी की वारदात को अंजाम देने से पहले शेख नूर रहमान 3 माह से प्लानिंग कर रहा था। उसने 50,000 खर्च करके ऑनलाइन उपकरण खरीदे थे। इन्हें ही उसने चोरी के दौरान इस्तेमाल भी किया।
सभी इंतजाम होने के बाद वह घटना वाले दिन एक बगल वाली बिल्डिंग से शोरूम के थर्ड फ्लोर पर दाखिल हुआ और थर्ड फ्लोर का ताला तोड़कर शोरूम में घुसा। 4 घंटे भीतर रहने के बाद वह सारा सामान लेकर फरार हो गया। पूरी वारदात के लिए ही शेख ने 15 दिन की छुट्टी ली थी ताकि किसी को उस पर संदेह न हो। जाँच में पता चला है कि रहमान कोलकाता का निवासी है। करीब एक साल से वह शोरूम में काम कर रहा था।