राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कॉन्ग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा द्वारा फैलाए जा रहे प्रोपेगंडा का तगड़ा जवाब दिया है। विवेक तन्खा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) का इस्तेमाल करते हुए लिखा कि अगर भारत को वैश्विक शक्ति और 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना है तो केंद्र सरकार को एक्शन में आना होगा NCPCR जैसे संगठनों को नियंत्रित करना होगा। उन्होंने NCPCR पर सासनीख़ेज होने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये भारत की छवि को खराब कर रहा है।
बता दें कि NCPCR आजकल मिशनरियों द्वारा चलाए जा रहे अवैध छात्रावासों और मदरसों में बच्चों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार को लेकर सक्रिय रहता है। साथ ही हिन्दू छात्र-छात्राओं को ईसाई मिशनरियों और इस्लामी मौलवियों द्वारा अपने मजहब के तौर-तरीके सिखाए जाने के खिलाफ भी बाल आयोग एक्शन में है। इससे मिशनरी-मौलवी गिरोह को खासी मिर्ची लगी हुई है। प्रियंक कानूनगो ने विवेक तन्खा को जवाब देते हुए कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी का एक ट्वीट शेयर किया।
इस ट्वीट में राहुल गाँधी ने 2 तस्वीरें डाली हैं, जिनमें वो बच्चों के साथ दिख रहे हैं। राहुल गाँधी इस दौरान ‘स्वराज भवन’ के ‘चिल्ड्रेन्स नेशनल इंस्टिट्यूट’ पहुँचे हुए थे। साथ ही उन्होंने कैप्शन में लिखा कि उनके चुनावी प्रचार अभियान की शानदार शुरुआत हुई है, कई मुस्कुराहटों और काफी मात्रा में ऊर्जा के साथ दिन की शुरुआत हुई है। प्रियंक कानूनगो ने इस ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर करते समय नाबालिग बच्चों के चेहरों को ढँक दिया। साथ ही उन्होंने ‘पत्रिका’ की एक खबर शेयर की।
उन्होंने जवाब दिया, “प्रयागराज में आनंद भवन परिसर में जहाँ आपके नेता राहुल गाँधी प्रयागराज प्रवास के दौरान रेस्ट करते थे और चुनाव अभियान के दौरान ऊर्जा ग्रहण करते थे, वहीं गाँधी परिवार द्वारा चलाए जा रहे बग़ैर लायसेंस के अनाथ आश्रम में किशोर वय अनाथ लड़कियों के बाथरूम में दरवाज़े नहीं लगाए गए थे, अनाथ बच्चियों को परिवारों में गोद नहीं दिया जाता था, विदेशी फ़ंडिंग भी आती थी। यह सब मेरे द्वारा किए गए NCPCR के निरीक्षण में उजागर हुआ।”
साथ ही उन्होंने बताया कि कैसे निरीक्षण के बाद FIR दर्ज की गई। प्रियंक कानूनगो ने कहा कि इस से देश की बदनामी नहीं हुई बल्कि विवेक तन्खा की पार्टी और गाँधी ख़ानदान का सच उजागर हुआ। उन्होंने राज्यसभा सांसद को जवाब देते हुए लिखा, “आप सम्मानित सांसद हैं कृपया गांधी परिवार को ‘देश’ मानना बंद करिए, भारत बहुत महान देश है।” बता दें कि इसी ‘स्वराज भवन’ में चल रहे अनाथालय में भारी अनियमितताएँ सामने आई थीं।
प्रयागराज में आनंद भवन परिसर में जहां आपके नेता राहुल गांधी इलाहबाद प्रवास के दौरान रेस्ट करते थे और चुनाव अभियान के दौरान ऊर्जा ग्रहण करते थे,वहीं गांधी परिवार द्वारा चलाए जा रहे बग़ैर लायसेंस के अनाथ आश्रम में किशोर वय अनाथ लड़कियों के बाथरूम में दरवाज़े नहीं लगाए गए थे,अनाथ… https://t.co/8GqfXgAbdp pic.twitter.com/RsBOzrP49K
— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (@KanoongoPriyank) January 7, 2024
‘चिल्ड्रेन्स नेशनल इंस्टिट्यूट’ का गठन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने भारत के खंडित होने के बाद किया था। वहाँ अनाथ बच्चियों को रखा जाता था। 17 से 29 साल तक की लड़कियाँ यहाँ रखी गई थीं। प्रियंक कानूनगो ने अपने निरीक्षण के बाद आदेश दिया था कि बाथरूम में दरवाजे लगाए जाएँ। वहाँ रह रहीं बच्चियों की असुरक्षा का मामला भी सामने आया था। डीएम के सामने भी ये मामला आया था। फिर लड़कियों को दूसरे सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया था।