राजस्थान के अलवर में गुरुवार (21 जुलाई 2022) की रात एक व्यक्ति को कुछ लोगों ने घेर लिया। इरादा हत्या करने की थी। लेकिन जब हमलावरों को पता चला कि उन्होंने जिसे घेरा है वह ‘सिख’ है तो जान बख्श दी। फरार होने से पहले हमलावरों ने पीड़ित सिख के केश काट दिए और आँखों में मिर्ची डाल दी।
पीड़ित सिख की पहचान गुरुबख्श सिंह के तौर पर हुई है। वे एक गुरुद्वारे में ग्रंथी हैं। कहा जा रहा है कि उन्हें पुजारी समझकर घेरा गया था। कथित तौर पर हमलावरों को फोन पर कोई जुम्मा ऑर्डर दे रहा था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना अलवर के रामगढ़ इलाके की है। मिलकपुर गाँव के ग्रंथी गुरुबख्श सिंह दवा लेने बाइक से बाजार जा रहे थे। रास्ते में कुछ अज्ञात लोगों ने उन्हें रोक लिया। बाइक रोकते ही हमलारों ने गुरबख्श को एक तरफ खींच लिया और उन्हें पीटने लगे। आँखों में मिर्ची झोंक हमलावर उनकी गर्दन काटने की बात करने लगे।
#Alwar:#रामगढ़,सिख समुदाय के एक ग्रंथि के सर के केस काटने का मामला सामने आया है जिसके बाद क्षेत्र का माहौल काफी गर्म आ गया, देर रात मिली घटना की सूचना के बाद अलवर जिला पुलिस अधीक्षक एडीएम सहित @AlwarPolice pic.twitter.com/tBvTbAzrrY
— IndiaNews64 (@INews64) July 22, 2022
गुरबख्श सिंह ने दैनिक भास्कर को बताया, “वे लोग मेरी गर्दन काटने की बात कर रहे थे। मैंने घबराकर कहा कि मुझे क्यों मार रहे हो? मैं तो गुरुद्वारे का पुजारी हूँ। तब उन्होंने किसी जुम्मा नाम के व्यक्ति को फोन किया। उसे बताया कि ये तो गुरुद्वारा का पुजारी है।” सिंह के अनुसार जुम्मा से बात होने के बाद हमलावरों ने आपस में बात करते हुए कहा कि गुरुद्वारे का आदमी है तो इसके केश ही काट दो। वही बहुत है। इसके बाद हमलावर उन्हें धमकाते हुए फरार हो गए। पीड़ित के मुताबिक हमलावरों की संख्या 5 थी।
प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान अधिकारी द्वारा अनुसंधान किया जा रहा है। विधि सम्मत कानूनी कार्यवाही जारी है।
— Alwar Police (@AlwarPolice) July 22, 2022
इस घटना की जानकारी होने के बाद सिख समाज के लोग आक्रोशित हो गए। उन्होंने रात में ही थाने पर पहुँच कर कार्रवाई की माँग की। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अलवर के DM और SP रात में ही थाने पहुँच गए। उन्होंने नाराज लोगों को समझाया और हमलावरों की जल्द गिरफ्तारी कर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया। गौरतलब है कि 28 जून 2022 को राजस्थान के ही उदयपुर में मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने कन्हैया लाल का गला काट डाला था।