Friday, March 14, 2025
Homeदेश-समाजबलात्कार के दोषी को जज ने सुनाई 10 साल की सजा, सुनते ही कोर्ट...

बलात्कार के दोषी को जज ने सुनाई 10 साल की सजा, सुनते ही कोर्ट में काट ली अपनी गर्दन

ओंकार ने सजा सुनते ही अदालत के भीतर अपनी पतलून से चाकू निकालते हुए गर्दन काट ली। उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। उसके खिलाफ 28 अक्तूबर 2015 को बलात्कार का मामला दर्ज किया गया था।

मध्यप्रदेश के छतरपुर की जिला अदालत में मंगलवार (सितंबर 17, 2019) को एक बलात्कारी ने अपने कुकर्मों की सजा सुनने के बाद कोर्ट में जज के सामने ही अपनी गर्दन चाकू से काट ली। घटना के तुरंत बाद दोषी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहाँ उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दोषी शख्स मध्य प्रदेश के सागर जिले के बीना का निवासी है। उसका नाम ओंकार अहिरावर है और उसकी उम्र 32 वर्ष है। वह बीना में ही तेल रिफाइनरी में काम करता था और उसने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के माध्यम से छतरपुर की सिविल लाइंस इलाके में रहने वाली एक छात्रा से दोस्ती की थी। जिसके बाद दोनों लिव-इन में रहने लगे। लेकिन कुछ दिन बाद लड़की ने अहिरावर पर रेप का आरोप लगाते हुए मामले को दर्ज करवा दिया। तब से मामले की सुनवाई मध्यप्रदेश की कोर्ट में चल रही थी।

ओंकार के वकील राजेश सक्सेना के मुताबिक छतरपुर सिविल लाइंस थाने की पुलिस ने ओंकार अहिरवार पर 28 अक्तूबर 2015 को बलात्कार का मामला दर्ज किया था। बाद में उसका चालान न्यायालय में पेश हुआ था, जिसके बाद दोषी को जमानत मिल गई थी और तब से वह जमानत पर बाहर था।

वकील के अनुसार मामले में अपर सत्र के न्यायाधीश नौरिन निगम की अदालत ने फैसला सुनाते हुए ओंकार को दोषी करार दिया गया है। साथ ही उसे 5,000 का अर्थदंड भी लगाया गया। वकील की मानें तो ओंकार ने सजा सुनते ही अदालत के भीतर अपनी पतलून से चाकू निकालते हुए गर्दन काट ली। जिसके बाद उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में बेहतर इलाज के लिए उसे ग्वालियर भेज दिया गया।

अब सवाल उठता है कि ओंकार चाकू के साथ अदालत में दाखिल कैसे हुआ? इसके जवाब छतरपुर के एसपी का कहना है कि वह जमानत पर था और सीधे कोर्ट रूम आया था। इसलिए, वह चाकू लाने में सफल रहा।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बदन में सोना लपेटकर लाने वाली हिरोइन पर कर्नाटक की कॉन्ग्रेस सरकार मेहरबान, CID जाँच का आदेश वापस: IPS पिता के कहने पर ही...

DRI पूछताछ में राज्य के प्रोटोकॉल अफसर बसावराज इब्ब्लूर ने बताया कि रान्या की पैरवी उसके पिता करते थे। उसके पिता DGP रामचंद्र राव के कहने पर ही प्रोटोकॉल सुविधाएँ दी जाती थीं।

‘कोई भी हिंदू संगठन आए, तुम्हें गाँव में नहीं रहने देंगे’: ग्रामीणों का दावा मुस्लिमों ने होली मनाने से रोका, गुजरात पुलिस ने बताया...

हिंदू महिला ने कहा कि वो खेत में खाना ले जा रही थी, तभी अकबर झीणा नाम का शख्स कोदाली लेकर उन्हें मारने दौड़ा। उसने खेत में जाने से भी रोका।
- विज्ञापन -