देश में लगातार लव जिहाद के मामले सामने आ रहे हैं और सबसे ज्यादा हैरानी की बात है कि इस तरह की घटनाएँ देश के अलग-अलग राज्यों में हो रही है। ताज़ा मामला हरियाणा के पलवल जिले का है, जिसमें नाबालिग लड़की ने एक युवक (साजिद) पर बलात्कार का आरोप लगाया है।
आरोप के मुताबिक़ युवक ने पहचान छिपा कर दोस्ती की और इसके बाद उसे प्रेम का झाँसा देकर उसके साथ बलात्कार किया। इसके बाद जब पीड़िता ने शादी की बात कही, तब युवक उस पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने लगा। फ़िलहाल पुलिस इस मामले में पीड़िता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर चुकी है और आरोपित की खोजबीन जारी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कई महीनों पहले पीड़िता के पड़ोस में स्थित एक सैलून में एक युवक आता था। वह युवक खुद का नाम राहुल (मूल नाम साजिद) बताता था। उसकी नाबालिग पीड़िता से दोस्ती हो गई। फिर काफी बातें होने के बाद राहुल नाम के युवक ने उसे प्रेम का झाँसा देकर फँसा लिया। इस दौरान युवक शादी करने की बात भी कहता था।
इसके बाद आरोपित पीड़िता को बहला-फुसला कर अपने साथ ले गया और लगभग 1 महीने तक भूपानी गाँव में रखा। इस दौरान आरोपित पीड़िता को नशीला पदार्थ देकर उसके साथ लगातार बलात्कार करता था।
फिर आरोपित ने खुद ही पीड़िता को बताया कि उसका नाम राहुल नहीं बल्कि साजिद है और वह हथीन का रहने वाला है। इसके अलावा साजिद ने पीड़िता से यह भी कहा कि अगर शादी करनी है तो उसे अपना धर्म बदलना पड़ेगा।
ऐसा करने से मना करने पर साजिद ने नाबालिग पीड़िता को उसकी तस्वीरें वायरल करने की धमकी दी। पीड़िता किसी तरह साजिद के चंगुल से आज़ाद होकर अपने परिजनों के पास आई। फिर उसने पलवल के महिला थाना में इस घटना की शिकायत दर्ज कराई।
पीड़िता ने इस मामले में पुलिस पर भी बेहद गम्भीर आरोप लगाए हैं। उसका कहना है कि महिला पुलिसकर्मियों ने उसकी शिकायत सुनना तो दूर बल्कि उसके साथ ही बुरा बर्ताव किया। पीड़िता का यह भी कहना है कि पुलिस ने इस मामले पर बहुत लापरवाही की। विवाद बढ़ने के बाद पुलिस ने आरोपित साजिद के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया। पुलिस फ़िलहाल आरोपित युवक की तलाश में जुट गई है।
इस घटना पर पुलिस की तरफ से कथित तौर पर समझौते का दबाव बनाए जाने की बात सामने आने के बाद कई हिन्दूवादी संगठनों ने विरोध प्रदर्शन भी किया। राष्ट्रीय बजरंग दल के प्रदेश अध्यक्ष मुनीश भारद्वाज का इस मुद्दे पर कहना है कि जब पीड़िता और उसके परिजन शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने पहुँचे, तब वहाँ मौजूद पुलिसकर्मी ने पीड़िता और उसके परिजन की बात सुनना तो दूर उन्हें अंदर तक नहीं आने दिया। अंत में उन्होंने माँग उठाई कि लापरवाही करने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जाए और आरोपित को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।