बिहार की एक मस्जिद में सामूहिक नमाज रुकवाने पहुॅंची पुलिस टीम पर हमला करने की घटना सामने आई है। मामला मधुबनी जिले का अंधराठाढ़ी ब्लॉक के गीदड़गंज गाँव का है। यहॉं समुदाय विशेष के लोगों ने पुलिस पर मंगलवार (31 मार्च 2020) शाम को हमला कर दिया। पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ जमाती मस्जिद में ठहरे हैं। पुलिस कार्रवाई करने पहुँची तो स्थानीय लोगों ने उन पर पत्थरबाजी और फायरिंग की। पुलिस टीम को करीब एक किलोमीटर दूर तक खदेड़ा गया। कई पुलिसकर्मियों के घायल होने की भी खबर है। पुलिस जीप को हमलावरों ने तालाब में पलट दिया। बताया जाता है कि उपद्रव का फायदा उठा कर मस्जिद में ठहरे जमाती भाग निकले। घटना के बाद से इलाके में तनाव बना हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अंधरठाढ़ी थाना की मदना पंचायत के गीदड़गंज में सामूहिक रूप से शाम को मजहबी कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था। पुलिस को भी सूचना मिली थी कि मदना के पूर्व मुखिया एवं राजद प्रखंड अध्यक्ष के घर के पास स्थित मस्जिद में विदेश से आए कुछ लोग हैं। इसकी देखरेख पूर्व मुखिया ही करते हैं।
एसपी सत्यप्रकाश का कहना है कि सूचना मिलने पर पुलिस लोगों से लॉकडाउन का उल्लंघन न करने की अपील करने पहुँची थी। मगर वहाँ के लोगों ने थराव कर दिया। पुलिस ने इन लोगों के ख़िलाफ़ नामजद एफआईआर दर्ज कर ली है। फिलहाल सभी फरार हैं। सभी को गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा। किसी को भी लॉकडाउन के नियम का उल्लंघन नहीं करने दिया जाएगा। बता दें, एसपी ने गाँव में गोली चलाने पर कोई बात नहीं की। लेकिन, झंझारपुर एसडीपीओ ने ग्रामीणों द्वारा गोली चलाने की पुष्टि की।
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जानकारी के मुताबिक, गीदड़गंज गाँव में एक ही समुदाय के लोग रहते हैं। पुलिस पर हमले के बाद इनमें कई फ़रार हैं। बताया जा रहा है कि घटना वर्तमान मुखिया ओजेरा खातून के घर के बगल में घटी। जिसने हमला किया वे पूर्व मुखिया का खास और हिस्ट्रीशीटर है। पुलिस पर हमला करने वालों में मोहम्मद मुसवा एवं अन्य लोगों का नाम निकलकर सामने आया है। पुलिस के अनुसार, जिस दौरान उन पर हमला हुआ उस समय वे किसी तरह से वहाँ जान बचाकर भागे। मगर, स्थिति थमने पर जब झंझारपुर डीएसपी सहित पुलिस दोबारा मौके पर गई तो मस्जिद में रुके लोग फरार हो गए थे।
स्थानीय खबरों की मानें, तो गीदड़गंज गाँव में दो गुट हैं। एक वसीम का। दूसरा कमरुजुम्मा का। वसीम के गुट ने जमातियों की सूचना पुलिस को दी थी। मगर कमरुजुम्मा के गुट ने उन पर हमला कर दिया। इस हमले में सीओ भी घायल हो गए। अभी तक हमले को देखकर इस पूरी घटना को पूर्व नियोजित बताया जा रहा है, क्योंकि लोगों की छतों पर बड़े-बड़े पत्थर रखे थे।