महाठग सुकेश चंद्रशेखर ने एक बार फिर से जेल से पत्र लिखा है। उसने इच्छा जताई है कि वो राम मंदिर के लिए दान देना चाहता है। बकौल महाठग, वो रामलला के लिए सोने का मुकुट दान करना चाहता है। उसने ये चिट्ठी ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट’ के नाम लिखी है और इसमें कहा गया है कि वो जो मुकुट दान में देना चाहता है वो 11 किलोग्राम का है और 916.24 कैरेट सोने से बनी है। उसका कहना है कि इस मुकुट में 101 हीरे भी लगे हुए हैं।
उसने दावा किया है कि हर हीरा 5 कैरेट का है। मुकुट के बीच में एक पन्ना का पत्थर भी लगा हुआ है, जो 50 कैरेट का है। उसने यहाँ तक दावा किया है कि इस मुकुट को दक्षिण भारत के एक बड़े ज्वेलर्स द्वारा तैयार किया गया है। उसने इस पत्र में खुद और अपने परिवार की भगवान रामचंद्र के प्रति अटूट भक्ति होने का भी दावा किया है और कहा है कि इसी कारण वो ये मुकुट दान करने के लिए प्रेरित हुआ है। उसने इसे सपने सच होने जैसा बताया है।
उसने दावा किया है कि ये एक गहन आशीर्वाद है। सुकेश चंद्रशेखर ने कहा कि उसके जीवन में जो भी है वो भगवान श्रीराम के आशीर्वाद का भी प्रमाण है। उसने कहा कि यह योगदान उसके लिए एक बड़े मील का पत्थर बन गया है। उसने अनंत मलिक को अपना क़ानूनी सलाहकार और स्टाफ बताते हुए कहा है कि आगे की कार्यवाही के लिए उसे अधिकृत किया गया है। उसने आवश्यक बिल, रसीदें और प्रमाण पत्र प्रदान करने सहित सभी कानूनी औपचारिकताएँ पूरी करने का आश्वासन भी दिया है।
ठगी के आरोप में जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर ने राम मंदिर में रामलला की मूर्ति के लिए सोने का मुकुट दान करने की इच्छा जताई है। इसके लिए सुकेश ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रमुख को दो पेजों की चिट्ठी लिखकर अनुमति मांगी है। #SukeshChandrasekhar #Ayodhya #RamTemple… pic.twitter.com/y5OWWX5H69
— AajTak (@aajtak) November 4, 2023
उसने लिखा है कि दिसंबर के पहले सप्ताह तक काम पूरा हो जाएगा। महाठग सुकेश चंद्रशेखर का कहना है कि 22 जनवरी, 2024 को अभिषेक समारोह में वो अपना मुकुट रामलला को पहनाए जाने की इच्छा रखता है। फ़िलहाल वह राष्ट्रीय राजधानी स्थित मंडोली में जेल-11 में बंद है। हालाँकि, ये जान लेने वाली बात है राम मंदिर ट्रस्ट ने इसका कोई जवाब नहीं दिया है और न ही मुकुट को स्वीकार किया गया है। सुकेश इससे पहले अक्सर अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडिस को पत्र लिखने के लिए जाना जाता रहा है।