पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोगतुई गाँव (Birbhum, West Bengal Massacre) में 8 लोगों के साथ बर्बरतापूर्वक मारपीट करने के बाद उन्हें जिंदा जलाकर मारने के मुख्य आरोपी और तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) के नेता और ब्लॉक प्रमुख अनिरुल हुसैन (Anirul Hossain) को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने घटनास्थल पर जाकर गुरुवार (24 मार्च 2022) को पीड़ित परिवारों से मिलने के दौरान कहा था कि हुसैन या तो सरेंडर करे या उसे गिरफ्तार किया जाएगा। ममता बनर्जी की घोषणा के बाद पुलिस ने हुसैन को तारापीठ के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया।
घटना के बाद से ही अनिरुल हुसैन का नाम इसमें मुख्य आरोपित के तौर पर लिया जा रहा था। पीड़ित परिवार ने ममता बनर्जी को बताया कि जब घरों में आग लगाई गई थी, तब स्थानीय लोग हुसैन से लगातार फोन पर संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वह फोन नहीं उठा रहा था। उसकी गिरफ्तारी की माँग कर रहा था। कलकत्ता हाईकोर्ट में आज सुनवाई के दौरान भी उसकी गिरफ्तारी नहीं होने पर कोर्ट ने टिप्पणी की थी।
कौन है अनिरुल हुसैन
अनिरुल हुसैन रामपुरहाट का रहने वाला है और तृणमूल कॉन्ग्रेस का नेता और ब्लॉक प्रमुख है। TMC के गठन से पहले वह कॉन्ग्रेस का नेता था। हुसैन को विधानसभा के उपाध्यक्ष और बीरभूम के विधायक आशीष बनर्जी का बेहद करीबी बताया जाता है। हुसैन इलाके की राजनीतिक गतिविधियों को नियंत्रित करते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब घरों में लगाई गई, तब उन्होंने हुसैन को कई बार फोन किया था। लोगों का आरोप है कि अनिरुल हुसैन ने किसी का भी फोन नहीं उठाया और ना ही इस मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस इस मामले में यह भी जानने की कोशिश करेगी की हुसैन ने पुलिस को जानकारी क्यों नहीं दी।
TMC नेता मंडल के खिलाफ कार्रवाई की माँग
मामले में बंगाल इमाम एसोसिएशन ने बीरभूम के बाहुबली नेता अनुब्रत मंडल के खिलाफ कार्रवाई की माँग की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष याहिया खान ने कहा कि इस घटना के बाद जिसने कहा था कि टीवी फटने से आग लगी है, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए।
बात दें कि आग में जलकर 8 लोगों की मरने की घटना सामने आने के बाद अनुब्रत मंडल कहा था कि टीवी फटने के कारण आग लगी है। जब ममता बनर्जी पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए पहुँची थीं, तब भी अनुब्रत मंडल ममता बनर्जी के साथ थे।
याहिया खान ने इस घटना के लिए ममता बनर्जी को भी दोषी माना। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले ममता बनर्जी ने कहा था कि वह राज्य की 293 सीटों पर वही उम्मीदवार हैं। अब ममता बनर्जी को भी इस घटना की जिम्मेवारी लेनी चाहिए।
कौन है भादु शेख, जिसकी हत्या के बाद हुआ नरसंहार
बताया जा रहा है कि रामपुरहाट के बोगतुई गाँव की घटना भादु शेख और सोना शेख के आपसी दुश्मनी का परिणाम है। इसमें भादु शेख की बम मारकर हत्या कर दी गई, जिसके बाद 8 लोगों को जिंदा जलाकर मार दिया गया।
भादु और सोना के बीच वर्षों से दुश्मनी चल रही थी। भादू शेख गाँव का उप पंचायत प्रमुख था। वह पुलिस की कार चलाने का काम करता था। इस कारण पुलिस में उसकी पकड़ थी। वह वह बालू वाली गाड़ियों से ‘स्थानीय कल्याण कर’ बता कर वसूली करता था। कुछ समय पहले ही उसके बड़े भाई बाबर शेख की हत्या कर दी गई थी। वह TMC का जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल का करीबी थी और संपन्न भी है।
भादु शेख की हत्या का आरोप सोना शेख पर लगा और उसके घर में आग लगाकर 8 लोगों की हत्या कर दी गई। कोर्ट में सुनवाई के दौरान वकील ने कहा कि नरसंहार के बाद घरों को पानी से धोकर सबूत मिटाने की कोशिश की गई।