उत्तर प्रदेश (UP) के आजमगढ़ जिले में एक हिन्दू व्यक्ति ने अनीश, शोएब और एजाज पर अपने साथ अप्राकृतिक रेप करने का आरोप लगाया है। शिकायत के मुताबिक, तीनों आरोपित पीड़ित के भजन गाने से नाराज थे। घटना 20 जुलाई 2022 की बताई जा रही है। पुलिस पर ठीक से कार्रवाई न करने का आरोप लगा कर ग्रामीणों ने 27 जुलाई 2022 (बुधवार) को सड़क को जाम किया और विरोध प्रदर्शन किया है। पीड़ित युवक जन्म से मानसिक विक्षिप्त है।
पुलिस में दी गई शिकायत के मुताबिक घटना अतरौलिया थानाक्षेत्र की है। मामले में खुद पीड़ित ही शिकायतकर्ता है। पुलिस को दिए प्रार्थना पत्र में उन्होंने लिखा, “घटना के दिन सुबह साढ़े सात बजे मैं अपनी बेटी को स्कूल छोड़ कर भजन गाता हुआ लौट रहा था। रास्ते में मुझे रमज़ान का बेटा अनीश, पप्पू का बेटा शोएब और पीर मोहम्मद का बेटा एजाज मिले। इन्होने मुझे रोका और भजन गाने पर सवाल किया।”
शिकायत में पीड़ित ने आगे लिखा, “कुछ देर बाद ये तीनों आरोपित मुझे गन्ने के खेत में ले गए। वहाँ तीनों ने मुझे बुरी तरह से मारा-पीटा और मेरे साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। जब मैंने इसका विरोध किया तब आरोपितों ने मेरे मुँह को गमछे से बंद कर दिया और एक केबल से बुरी तरह से मेरी पिटाई की। कुछ लोगों द्वारा मौके पर पहुँच कर मुझे छुड़ाया गया और तब मैं घर आ पाया।”
पुलिस ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए तीनों आरोपितों पर IPC की धारा 323, 342, 377 और 511 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक मामले की जाँच की जा रही है।
पीड़ित के परिजनों के मुताबिक, “4-5 मुस्लिमों द्वारा मार कर कुकर्म किया गया है। उनके दबाव के चलते थाने पर सुनवाई नहीं हुई हमारी। थाने वालों ने जो चाहा लिख दिया जबकि हम सब उन्हें सच बताते रहे। हम DM से मिल कर उन्हें सच बताने आए हैं। हम आरोपितों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाना चाहते है।”
पीड़ित परिवार ने स्थानीय पुलिस की कार्यशैली से असंतोष जताते हुए आजमगढ़ के SP को एक एप्लिकेशन भी भिजवाया है। इस प्रार्थना पत्र में आरोपितों द्वारा पीड़ित के साथ दुष्कर्म के प्रयास के बजाए दुष्कर्म किए जाने का जिक्र किया गया है। साथ ही केस के जाँच अधिकारी द्वारा पीड़ित का मेडिकल परीक्षण न करवाया जाना बताया है।
घटना के विरोध में 27 जुलाई 2022 को स्थानीय ग्रामीणों ने सड़क को जाम किया और धरना भी दिया। अधिकारियों ने इस मामले में निष्पक्ष जाँच और कार्रवाई का भरोसा दिया है।