अवैध धर्मांतरण मामले में मंगलवार (अक्टूबर 5, 2021) को यूपी एटीएस की टीम ने दिल्ली में सर्च ऑपरेशन चलाया। यूपी एटीएस की टीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली-एनसीआर के कई ठिकानों पर छापेमारी और तलाशी अभियान चला रही है। जानकारी के मुताबिक, यूपी एटीएस की टीम मंगलवार सुबह 9 बजे दिल्ली पहुँची और मौलाना कलीम सिद्दीकी के 4 ठिकानों पर तलाशी ली।
प्रेस रिलीज के मुताबिक इस दौरान एटीएस मौलाना कलीम सिद्दीकी के जामिया नगर शाहीन बाग स्थित आवास भी पहुँची। वहीं, टीम ने शाहीन बाग स्थित अब्दुल रहमान के घर की भी तलाशी ली। यूपी एटीएस ने ग्लोबल पीस सेंटर, वर्ल्ड पीस ऑर्गेनाइजेशन में भी छापेमारी की। इस तलाशी में यूपी एटीएस पश्चिमी जोन की टीम समेत कुछ 6 टीमों का गठन किया गया। तलाशी के दौरान डेस्कटॉप, टैबलेट, महत्वपूर्ण डॉक्युमेंट्स मिले हैं। इन्हें एटीएस ने अपने कब्जे में लिया है। जब्त किए गए सबूतों को एटीएस कोर्ट में पेश करेगी।
यूपी एटीएस अवैध धर्मांतरण मामले में कलीम सिद्दीकी समेत 15 लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है। उत्तर भारत में कई इस्लामिक ट्रस्ट चलाने वाले और 30 साल से देश के सबसे बड़े अवैध धर्मांतरण गिरोह को संचालित करने वाले मौलाना करीम सिद्दीकी को यूपी एटीएस की टीम ने बुधवार (22 सितंबर 2021) को मेरठ से गिरफ्तार किया था। मौलाना जामिया इमाम वलीउल्लाह ट्रस्ट चलाता है, जो कई मदरसों को फंड देता है। इसके लिए उसे विदेशों से भारी फंडिंग मिलती है।
पिछले दिनों एक ऑडियो से खुलासा हुआ था कि मौलाना कलीम द्वारा ब्राह्मण-क्षत्रिय लड़कियों को खास कर के निशाना बनाया जा रहा था। ‘जिहादी’ सोच वाले मौलाना कलीम सिद्दीकी का पाकिस्तान से भी कनेक्शन सामने आया था। वो चाहता था कि हर एक हिंदू को धर्मांतरण करके इस्लाम अपना लेना चाहिए। इसके अलावा विदेशी फंडिंग का भी खुलासा हुआ था।
इससे पहले उत्तर प्रदेश एटीएस ने धर्मांतरण कराने के मामले में मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहाँगीर आलम कासमी को जून में दिल्ली के जामिया नगर इलाके से गिरफ्तार किया गया था। उन पर पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) से कथित फंडिंग के साथ बधिर छात्रों और गरीब लोगों को इस्लाम में कन्वर्ट करने की कोशिश करने का आरोप लगा था।