उत्तर प्रदेश के अकबरपुर जिला अस्पताल में एक युवक को लोगों ने बुर्का पहनकर घूमते पकड़ा। लोगों की नजर में आने के बाद उसने भागने की कोशिश की। लेकिन लोगों ने पकड़कर पहले उसकी पिटाई की और फिर पुलिस को सौंप दिया।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार आरोपित की पहचान कानपुर के चमनगंज निवासी जमील के बेटे रईस के तौर पर हुई है। वह अस्पताल की ही एक डॉक्टर गजाला अंजुम की कार चलाता है। घटना बुधवार (8 सितंबर 2021) की है।
बुर्का पहनकर घूम रहे रईस की चाल पर कुछ महिलाओं को शक हुआ तो उन्होंने इसकी जानकारी अस्पताल के कर्मचारियों को दी। सखी केंद्र की निधि सचान ने जब कर्मियों के साथ उसे रोकने की कोशिश की तो वह भागने लगा। पहले वह इमरजेंसी वार्ड में घुसा। फिर बाउंड्री वाल को फाँदने की कोशिश की। लोगों ने आतंकी समझकर शोर मचाया। इससे पहले कि वो भाग पाता कर्मचारियों ने उसे पकड़ लिया औऱ उसकी पिटाई कर दी। इसके बाद यूपी 112 पर सूचना दी गई और मौके पुलिस पहुँची। उसे कोतवाली लाया गया।
थाने में सीओ अरुण कुमार सिंह और इंस्पेक्टर तुलसीराम पांडेय ने उससे पूछताछ की तो उसने अपना नाम रईस बताया। शुरुआत में चमनगंज का पता बताया फिर कहने लगा कि वह फहीमाबाद में हलीम मुस्लिम इंटर कॉलेज के पास रहता है। बुर्का पहनकर घूमने की वजह फिलहाल स्पष्ट नहीं है। सीओ अरुण कुमार ने अमर उजाला को बताया कि उसके परिजनों को थाने बुलाया गया। फोन पर परिजनों ने उसके सिरफिरा होने की जानकारी दी। पुलिस गंभीरता से मामले की छानबीन में जुटी है।