उत्तर प्रदेश के बिठूर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने शनिवार (23 जनवरी 2021) को एक विवाद में दखल देते हुए मस्जिद का निर्माण कार्य रुकवाया, जिसमें स्थानीय पुलिस भी मदद कर रही थी। घटना की जानकारी मिलते ही भाजपा विधायक अपने समर्थकों के साथ घटनास्थल पर पहुँचे और निर्माण रोकने को कहा।
धर्मनगरी बिठूर में चंद लोगों द्वारा मन्दिर की जगह पर मस्जिद निर्माण करने का प्रयास किया जा रहा था, स्थानीय पुलिस खुद यह निर्माण करा रही थी,
— MLA Abhijeet Singh Sanga (@BJP4Abhijeet) January 23, 2021
जानकारी प्राप्त होने पर तत्काल अवैध निर्माण को मेरे साथ स्थानीय लोगों द्वारा रुकवाया गया
जय श्री राम pic.twitter.com/PxHTBOCxrG
इस घटना पर सांगा का कहना था, “धर्मनगरी बिठूर में कुछ लोग मंदिर के स्थान पर मस्जिद बनाने का प्रयास कर रहे थे, स्थानीय पुलिस तक इसमें शामिल थी। इस मामले की जानकारी मिलते ही मैंने और वहाँ के आम लोगों ने मिल कर ग़ैरक़ानूनी निर्माण कार्य रुकवाया।” बिठूर विधायक ने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी से बातचीत की। उन्होंने कहा कि यह थानाध्यक्ष (एसओ) की ज़िम्मेदारी थी कि वह विवाद से जुड़े दोनों पक्षों को बुलाते और दोनों के बीच समझौते के ज़रिए समस्या का हल निकालने की कोशिश करते।
वहीं एसओ का कहना था कि वह शीर्ष अधिकारियों के आदेश पर ऐसा कर रहा था। इस पर विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने कहा कि वह अपने अधिकारिओं से बता सकता है। मौके पर विधायक पहुँच गए हैं और वह अवैध निर्माण की अनुमति नहीं दे रहे हैं। भाजपा विधायक सांगा के मुताबिक़ इस तरह के प्रयास सिर्फ सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए किए जाते हैं।
No More Masjid On Place Of Mandir pic.twitter.com/Y2k6S1tpjQ
— MLA Abhijeet Singh Sanga (@BJP4Abhijeet) January 23, 2021
अभिजीत सिंह सांगा का कहना था कि बिठूर क्षेत्र के एक भी मुस्लिम ने इस मुद्दे पर चिंता नहीं जताई थी। मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने उनसे मुलाक़ात की थी और कहा भी था कि विवादित जगह से जुड़ा जो फैसला भी लिया जाएगा वह उसका पालन करेंगे। हिन्दुओं का कहना है वह जगह असल में शिवपुरी बाबा की समाधि है। कई वीडियो में एसओ को यह कहते हुए भी सुना जा सकता है कि धमकी देने के लिए कुछ लोगों पर मामला दर्ज कर लिया गया है।
ठीक इस जगह पर पहले भी सांप्रदायिक तनाव के हालात बन चुके हैं। लगभग तीन हफ्ते पहले इस निर्माण को सफ़ेद और हरे रंग से पेंट कर दिया गया था, इसके बाद दूसरे समूह के लोगों ने इस पर अलग रंग चढ़ा दिया। दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक़ 18 जनवरी को अज्ञात कुछ लोगों पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और उस जगह पर नमाज़ पढ़ने के लिए मामला दर्ज किया गया था।