उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से कोरोना वायरस संक्रमण का एक और मामला सामने आया है। 33 वर्षीय युवक को कोरोना पॉजीटिव पाया गया है। इस युवक का विदेश यात्रा का कोई रिकॉर्ड नहीं है। हालाँकि उसकी माँ हाल ही में सऊदी अरब की यात्रा से लौटी थी। उन्हें भी कोरोना पॉजीटिव पाया गया था। इसके साथ ही पीलीभीत जिले में 2, जबकि पूरे उत्तर प्रदेश में अब तक संक्रमण के 41 मामले सामने आ चुके हैं। पीड़ित युवक को पहले से ही आइसोलेशन में रखा गया है।
A 33-year-old resident of Pilibhit has been tested positive for #CoronaVirus. He doesn’t have any travel history, it is a confirmed case of contact transmission: Dr Sudhir Singh, King George’s Medical University, Lucknow
— ANI UP (@ANINewsUP) March 25, 2020
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के डॉक्टर सुधीर सिंह ने युवक में संक्रमण की पुष्टि की है। उसकी माँ सऊदी अरब से लौटी थी और उनसे बेटे को संक्रमण हुआ है। यह कांटेक्ट ट्रांसमिशन का मामला है जो बेहद चिंताजनक है। इसे देखते हुए उन्होंने विदेश से हाल में लौटे लोगों को घरों में रहने की अपील की है। साथ ही कहा है कि जो भी लोग बाहर से लौटे हैं लक्षण दिखाई देने पर तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचना दें।
पीलीभीत निवासी पीड़ित युवक की माँ 25 फरवरी को 37 लोगों के एक ग्रुप के साथ सऊदी अरब की यात्रा पर गई थी। 20 मार्च को ये लोग लौट आए थे। जाँच में युवक की माँ को कोरोना पॉजीटिव पाया गया था। इसी के साथ पूरे उत्तर प्रदेश में 41 कोरोना से संक्रमित लोगों के मामले सामने आ चुके हैं। सबसे अधिक मरीज आगरा-नोएडा के 11 हैं। इसके बाद लखनऊ के 8, गाजियाबाद के 3 और पीलीभीत के 2 मरीजों में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है। इसी तरह शामली, लखीमपुर-खीरी, वाराणसी, मुरादाबाद, कानपुर और जौनपुर में कोरोना वायरस से संक्रमित 1-1 मरीज़ पाए गए हैं। इनमें से 11 लोग स्वस्थ हो गए हैं और उन सभी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
गौरतलब है कि चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना का कहर आज विश्व के करीब 186 देशों तक पहुँच गया है। विश्व में मरने वालों की संख्या बढ़कर 16961, जबकि इससे संक्रमित लोगों की संख्या 3,86,300 से अधिक हो गई है। भारत में मरने वालों की संख्या 11, जबकि इससे संक्रमित लोगों की संख्या 562 से अधिक हो गई है। इनमें से 41 मरीज ठीक हो चुके हैं। इन्ही आँकड़ों को देखते हुए भारत सरकार ने पूरे देश में 21 दिन यानी 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन घोषित कर दिया है। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने WHO को कुछ आँकड़े पेश करते हुए कहा कि इस महामारी से बचने के लिए घर पर ही रहें घर के बाहर लक्ष्मण रेखा खींच लें।