Thursday, March 28, 2024
Homeदेश-समाजकॉन्ग्रेसी आजाद अली WhatsApp पर महिला से करने लगा गंदी बात, गिरफ्तार: पहले जताई...

कॉन्ग्रेसी आजाद अली WhatsApp पर महिला से करने लगा गंदी बात, गिरफ्तार: पहले जताई थी महिला अपराध पर चिंता

अक्टूबर 2020 में आजाद अली ने महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ने का दावा करते हुए इस पर चिंता जताई थी। मार्च 2021 में महिला बैंक मैनेजर से इंश्योरेंस पर बात करते-करते गंदी-गंदी बातें करने लगे!

कॉन्ग्रेस पार्टी के एक नेता को एक महिला के साथ दुर्व्यवहार के आरोप में दबोचा गया है। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की पुलिस ने कॉन्ग्रेस नेता व पार्टी की प्रदेश कमिटी के सचिव आजाद अली को एक महिला के साथ व्हाट्सएप्प पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।

शिकायतकर्ता महिला एक बैंक में बतौर मैनेजर कार्यरत हैं। इंश्योरेंस को लेकर पीड़िता की आरोपित के साथ बातचीत चल रही थी। SSI लोकेन्द्र बहुगुणा ने बताया कि उक्त महिला इंश्योरेंस पॉलिसी व इससे सम्बंधित अन्य चीजों की जानकारी आरोपित कॉन्ग्रेस नेता को व्हाट्सएप्प के माध्यम से देती थीं।

आरोप है कि इसी बीच आजाद अली की नीयत बिगड़ गई और उसने महिला के साथ अभद्र और अश्लील भाषा में बातचीत की। महिला के पति को जब इस बात की जानकारी मिली तो उसने आजाद अली को व्हाट्सएप्प पर ही कॉल किया।

लेकिन, आजाद अली ने कॉल पर भी अभद्रता की। महिला के पति ने उसकी करतूतों को रिकॉर्ड कर लिया। सोमवार (मार्च 22, 2021) को महिला अपने पति के साथ शहर कोतवाली पहुँची और तहरीर दी।

पुलिस ने FIR दर्ज करते हुए आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। फिर उसे कोर्ट में पेश किया गया। हालाँकि, कोर्ट ने कहा कि चूँकि इस अपराध में सजा 7 वर्ष से कम की होती है, इसीलिए उसे कोतवाली से ही जमानत दे दी जाए।

वैसे ये पहली बार नहीं है जब आजाद अली के खिलाफ इस तरह का कोई मामला सामने आया हो। उसके खिलाफ 2006 में भी यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया था। पटेलनगर थाना और शहर कोतवाली में उसके खिलाफ दो अन्य मामले भी दर्ज हैं।

इस पूरे मामले में आरोपित आजाद अली महिला पर दोषारोपण करते हुए खुद को फँसाए जाने की दलीलें दे रहा है। उसका कहना है कि महिला 4 महीने से उससे व्हाट्सएप्प चैट कर रही थी, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया।

आजाद अली ने दावा किया कि उक्त महिला खुद को बीमा एजेंट बताते हुए उसे कॉल करती थी और उसके पास उसकी बेगुनाही के सबूत भी मौजूद हैं।

प्रदेश कॉन्ग्रेस कमिटी के अध्यक्ष अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने आजाद अली को पार्टी से निष्काषित कर दिया है। उसे प्रदेश सचिव के साथ-साथ विशेष आमंत्रित सदस्य का पद भी मिला हुआ था। संगठन महामंत्री विजय सारस्वत ने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई की है।

आजाद अली सोशल मीडिया पर मोदी सरकार को घेरने के लिए बड़े-बड़े दावे भी करता रहा है। अक्टूबर 2020 में उसने महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ने का दावा करते हुए इस पर चिंता जताई थी। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ बैठकों में भी वो शामिल होता रहा है। यहाँ तक कि उसने खुद के ही नाम से वेबसाइट भी बना रखी है, जिस पर वो खुद से जुड़ी खबरें डालता है। सहसपुर विधानसभा क्षेत्र में वो खासा सक्रिय रहता है।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

RSS से जुड़ी सेवा भारती ने कश्मीर में स्थापित किए 1250 स्कूल, देशभक्ति और कश्मीरियत का पढ़ा रहे पाठ: न कोई ड्रॉपआउट, न कोई...

इन स्कूलों में कश्मीरी और उर्दू भाषा में पढ़ाई कराई जा रही है। हम नहीं चाहते कि हमारे बच्चे आतंकवादियों के सहयोगी बनें या पत्थरबाजों के ग्रुप में शामिल हों।

‘डराना-धमकाना कॉन्ग्रेस की संस्कृति’: 600+ वकीलों की चिट्ठी को PM मोदी का समर्थन, CJI से कहा था – दिन में केस लड़ता है ‘गिरोह’,...

"5 दशक पहले ही उन्होंने 'प्रतिबद्ध न्यायपालिका' की बात की थी - वो बेशर्मी से दूसरों से तो प्रतिबद्धता चाहते हैं लेकिन खुद राष्ट्र के प्रति किसी भी प्रतिबद्धता से बचते हैं।"

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
418,000SubscribersSubscribe