उत्तराखंड में हाल ही संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा का समर्थन करना एक मुस्लिम परिवार को महँगा पड़ गया। कट्टरपंथी मानसिकता से ग्रसित मुस्लिम समुदाय के ही लोगों ने उसे बेरहमी से पीट-पीट कर घायल कर दिया। इस हमले में एक लड़की समेत 4 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यहीं नहीं बीजेपी का समर्थन करने पर पड़ोसियों ने पीड़ित परिवार को ‘काफिर’ और ‘इस्लाम को धोखा’ देने वाला करार दिया।
न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना रूद्रपुर जिले के उधम सिंह नगर का है। पुलिस ने हमला करने के मामले में 6 आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर पाँच की पहचान कर ली है और छठे अपराधी की तलाश की जा रही है। वार्ड नंबर 20 के अंतर्गत आने वाले भूरबंगला निवासी पीड़ित मुस्लिम अनीस मियाँ गुड्डू बीजेपी के पदाधिकारी हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने बीजेपी के लिए प्रचार कर मुस्लिमों के वोट माँगे थे, जिसके बाद से उनका ही समुदाय उनके खिलाफ खड़ा हो गया।
अनीस की बीवी परवीन जहान ने पुलिस को बताया कि 5 अप्रैल को उनके शौहर अनीस अपनी दुकान में बैठे थे तो उसी दौरान स्थानीय लोगों की भीड़ ने उनके शौहर को घेर लिया। जहान ने बताया, हमलावरों की भीड़ में शामिल एक शख्स यूनुस भी था, जो उन्हीं के घर के पास रहता था। यूनुस के साथ उसकी बीवी रेशमा, उसका भाई इरफान, शकील और उसकी बीवी बेबी अनीस की दुकान पर गए और उसे गालियाँ देने लगे। उन सभी के हाथ में चाकू और लाठियाँ थीं। उन लोगों ने अनीस को ‘काफिर’ करार देते हुए उस पर इस्लाम को धोखा देने का आऱोप लगाया। जहान के मुताबिक, सबसे पहले उनके शौहर पर यूनुस ने चाकू से हमला किया और इसके बाद सभी उन्हें पीटने लगे। उन लोगों ने जहान की कान की बालियाँ भी छीन ली औऱ वहाँ से फरार हो गए।
हमले में घायल जहान अपने शौहर के साथ अस्पताल में इलाज के लिए गई थी। उस दौरान उसके बच्चे (बेटा-बेटी) घर पर ही थे। आरोपित फिर से वापस लौटे और उनके घर में घुस आए और बच्चों से कहा कि ‘तेरे अम्मी-अब्बू को सबक सिखा दिया’ अब ‘तेरी बारी’ है। आरोपितों ने बच्चों को भी जमकर पीटा। इसमें बच्ची बुरी तरह से घायल हो गई। परवीन का आरोप है कि जब वो इस मामले में शिकायत करने के लिए पुलिस स्टेशन जा रही थीं, तो भी पड़ोसियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की थी।
हालाँकि, किसी तरह से थाने जाकर परवीन ने शिकायत दर्ज कराई। एसएसआई सतीश कापड़ी के मुताबिक, यूनुस, उसकी बीवी रेशमा, इरफान, शकील और उसकी बीवी बेबी समेत एक अज्ञात के खिलाफ दंगा और मारपीट का केस दर्ज किया गया है।
इससे पहले भी हुई हैं ऐसी घटनाएँ
ये कोई पहली बार नहीं है जब बीजेपी का समर्थन करने पर किसी मुस्लिम को टार्गेट किया गया हो। इससे पहले यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान मार्च 2022 में उजमा नाम की एक मुस्लिम महिला ने बीजेपी को वोट कर दिया था, जिसके बाद उसके ससुरालियों ने उसे घर से बाहर निकाल दिया था। उसका निकाह जनवरी 2021 में ही तस्लीम अंसारी के साथ हुआ था। उजमा एजाज नगर घोटिया कॉलोनी निवासी ताहिर अंसारी की बेटी है। पीड़िता का कहना था कि बीजेपी को वोट देने से उसके चाचा तैयब काफी नाराज थे। अब उसका शौहर उसे तीन तलाक की धमकी दे रहा है।
इसी तरह से हाल ही में बीजेपी का समर्थन करने पर कुशीनगर में बाबर अली की उसके ही पड़ोसियों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी।