उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में पड़ने वाले एक मुस्लिम बाहुल्य गाँव में काँवड़ यात्रियों का रास्ता रोक लिया गया। यहाँ शुक्रवार (2 अगस्त, 2024) को शिवभक्तों से गाली-गलौज और मारपीट भी की गई। कांवड़ यात्रियों ने इसे सोची समझी साजिश बताते हुए पुलिस में शिकायत दी है। शिकायत में यामीन के बेटे बिल्लू, शाहिद, माज़िद, गुलबहार, तैमूर, फारुख, महरूफ, कामिल, शाकिर, शाहरुख़ व कुछ अन्य लोगों को नामजद किया गया है। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ FIR दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है। आरोपितों की गिरफ्तारी न होने से नाराज हिन्दू संगठन सोमवार (5 अगस्त, 2024) को थाने पर एकजुट हुए।
यह घटना सहारनपुर जिले के थाना क्षेत्र सरसावा की है। शनिवार (4 अगस्त) को यहाँ ढिक्काकला गाँव के सुधीर कुमार शर्मा ने पुलिस में तहरीर दी है। तहरीर में उन्होंने बताया कि उनके गाँव के बगल मुस्लिम बाहुल्य इलाका है जिसे टबरा गाँव बोलते हैं। शुक्रवार (2 अगस्त) की शाम लगभग 3:40 पर इस गाँव के आगे काँवड़ यात्री पहुँचे। इनके साथ DJ भी था जिस पर धार्मिक गाने बज रहे थे। आरोप है कि इस गाँव के कुछ मुस्लिमों ने पहले से ही काँवड़ियों को न निकलने देने की साजिश रच रखी थी।
शिकायत के मुताबिक, यामीन के बेटे बिल्लू, शाहिद, माज़िद, गुलबहार, तैमूर, फारुख, महरूफ, कामिल, शाकिर, शाहरुख़ व कुछ अन्य लोगों ने काँवड़ यात्रियों को रोक कर घेर लिया। इन सभी के हाथों में लाठी-डंडे और सरिया आदि होने का दावा किया गया है। आरोप है कि इन सभी ने पहले शिवभक्तों को गंदी-गंदी गालियाँ दीं, फिर उनके साथ मारपीट की गई। शिकायतकर्ता का बेटा भी उन पीड़ित कांवड़ियों में से एक था। उसने अपने घर पर इस विवाद की सूचना दी। आखिरकार मामले की सूचना पुलिस तक भी पहुँची।
पुलिस ने फ़ौरन मौके पर पहुँच कर हालात को काबू किया। दोनों पक्षों को समझा कर शांत करवाया गया। पीड़ित काँवड़ियों की तरफ से सुधीर कुमार ने आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है। पुलिस ने इस मामले में मुस्लिम समुदाय के 12 आरोपितों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज कर ली है। इन सभी पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 126 (2), 191 (2), 115 (2), 352 और 300 के तहत कार्रवाई की है। इस बीच 24 घंटे बीत जाने पर भी आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर हिन्दू संगठनों ने नाराजगी जताई है।
ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है। सोमवार (5 अगस्त) को सरसावा थाने पर ग्रामीणों और हिन्दू संगठन से जुड़े लोगों का जमावड़ा हुआ। इन सभी ने पुलिस पर आरोप लगाया कि वो आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई में हीलाहवाली कर रही है। सरसावा के डॉक्टर सुभाष चौहान ने कहा कि काँवड़ियों के DJ के भी बंद करने की कोशिश की गई। उन्होंने बताया कि पुलिस के आने से काँवड़ियों की जान बच पाई थी। कुछ ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि हमलावरों ने पुलिस की मौजूदगी में कांवड़ियों के साथ अभद्रता की है।