Friday, March 29, 2024
Homeदेश-समाजपश्चिम बंगाल: कोरोना से जंग लड़ रहे डॉक्टरों को ममता दीदी ने नहीं दी...

पश्चिम बंगाल: कोरोना से जंग लड़ रहे डॉक्टरों को ममता दीदी ने नहीं दी जरूरी किट, मिले बेड शीट के बने मास्क और रेन कोट

सिलीगुड़ी के उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर शहरियार ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की देखभाल के लिए पीपीई, लेबोरेटरी ग्लास और सर्जिकल मास्क के बजाय बेडशीट के मास्क, धूप के चश्मे और रेनकोट दे दिए गए। इतना ही नहीं हमें रेनकोट धोकर और फिर से उसका उपयोग करने के लिए कहा गया।

कोरोना वायरस विश्व में महामारी का रूप ले चुका है। आए दिन इसकी चपेट में आने से लोग मौत का शिकार हो रहे हैं। इसी तरह भारत में भी लगातार बढ़ते वायरस की रोकथाम के लिए पूरा देश कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है। इस जंग में अपनी जीत हासिल करने के लिए डॉक्टर, मेडीकल स्टाफ और पुलिस प्रशासन के लोग खास तौर पर अपनी जान जोखिम में जाकर अहम भूमिका निभा रहे हैं, लेकिन आश्चर्य की बात यह कि ऐसे लोगों को ही सरकार सुरक्षा कवच नहीं दे पा रही हैं। कुछ ऐसा ही एक मामला पश्चिम बंगाल से सामने आया है, जहाँ के एक डाक्टर ने अपने ही विभाग पर आरोप लगाया है कि उन्हें कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की देखभाल के लिए बेडशीट के मास्क, सनग्लास और रेनकोट दिए गए हैं।

सिलीगुड़ी के उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर शहरियार ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की देखभाल के लिए पीपीई, लेबोरेटरी ग्लास और सर्जिकल मास्क के बजाय बेडशीट के मास्क, धूप के चश्मे और रेनकोट दे दिए गए। इतना ही नहीं हमें रेनकोट धोकर और फिर से उसका उपयोग करने के लिए कहा गया। डॉक्टर ने कहा कि जब हमने इसकी शिकायत मेडिकल सुपरिंटेंडेंट कम वाइस प्रिंसिपल से की तो उन्होंने कहा कि पीपीई की हमारे पास कोई आपूर्ति नहीं है और इसकी आपूर्ति के लिए एक अनुरोध विभाग के लिए भेजा गया है।

वाइस प्रिंसिपल से संतुष्टीपूर्ण जवाब न मिलने पर डॉक्टरों ने एक बार फिर से पीपीई किट के लिए दबाव डाला। इसके जवाब में उन्होंने डॉक्टरों को ड्यूटी पर आने के लिए मना कर दिया। अब सवाल यह खड़ा होता है कि जब अपनी जान जोखिम में डालकर जो डॉक्टर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं उन्हीं को हम अगर सुरक्षा नहीं दे पाए तो यह जंग आखिर हम कैसे इतनी जल्दी से जीत सकते हैं।

आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में अब तक कोरोना से मरने वालों की संख्या तीन है, जबकि इससे संक्रमिल लोगों की संख्या 26 हो गई है। वहीं अगर बात करें पूरे भारत की तो इससे मंरने वालों की संख्या 40, जबकि इससे संक्रमित लोगों की संख्या 1300 के पार हो गई है। गौरतलब है कि देश में कोरोना की रोकथाम के लिए 14 अप्रैल तक लॉकडाउन जारी है।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

8 दिन में तीसरी बार ‘CM की कुर्सी’ पर दिखीं सुनीता, किया ‘केजरीवाल को आशीर्वाद’ अभियान का ऐलान: मैसेज भेजने के लिए दिए नंबर,...

अरविंद केजरीवाल ने जो कुछ कोर्ट के सामने कहा उसके लिए बड़ी हिम्मत चाहिए, वो एक सच्चे राष्ट्रभक्त हैं, बिलकुल ऐसे ही हमारे स्वतंत्रता सेनानी अंग्रेजों की तानाशाही से लड़ते थे।

जो डर दूसरों में भरा, उसी डर से खुद मरा मुख्तार अंसारी: पूर्व DSP शैलेंद्र सिंह, माफिया पर POTA लगाने वाले पुलिस अधिकारी को...

पूर्व डीएसपी शैलेंद्र सिंह की मुख्तार की मौत पर प्रतिक्रिया आई। उन्होंने कहा कि माफिया ने जो डर दूसरों में भरा था वही डर अंत में उस पर हावी हुआ।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
418,000SubscribersSubscribe