पश्चिम बंगाल में एक सिख बलविंदर सिंह की पगड़ी खोले जाने के आरोपों के बाद पुलिस ने स्पष्टीकरण जारी किया है। पश्चिम बंगाल पुलिस ने कहा कि उक्त सिख व्यक्ति शुक्रवार (अक्टूबर 9, 2020) को हो रहे विरोध-प्रदर्शन के दौरान बंदूक लेकर घूम रहा था। उसे पकड़ने के दौरान उसकी पगड़ी अपनेआप ही खुल गई और इसमें पुलिस का कोई दोष नहीं है।
सिख व्यक्ति की पगड़ी खुलने के आरोपों का जवाब देते हुए पश्चिम बंगाल पुलिस ने इस घटना का वीडियो जारी करते हुए लिखा कि उसके अधिकारियों द्वारा बिना कुछ किए ही पगड़ी अपनेआप ही खुल गई, जैसा कि आप वीडियो में देख सकते हैं। साथ ही पश्चिम बंगाल पुलिस ने कहा कि है कि उनका इरादा किसी भी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुँचाने का नहीं है। पुलिस ने सोशल मीडिया के जरिए ये स्पष्टीकरण जारी किया।
पश्चिम बंगाल की पुलिस ने कहा है कि वो सभी धर्मों का सम्मान करती है। साथ ही दावा किया कि उसके अधिकारियों ने उक्त सिख व्यक्ति को गिरफ्तार करने से पहले खास तौर पर उससे कहा कि वो अपनी पगड़ी वापस पहन ले। साथ ही पुलिस ने पगड़ी पहने उक्त सिख व्यक्ति की तस्वीर भी शेयर की। इस तस्वीर के बारे में पुलिस ने बताया कि उसे थाने ले जाने से ठीक पहले इसे क्लिक किया गया था।
West Bengal Police respects all religions. The officer specifically asked him to put his Pagri back before the arrest. The attached photo has been clicked right before he was escorted to the Police Station. We remain committed to our duty to uphold law and order in the state(2/2) pic.twitter.com/BnTWztfDGW
— West Bengal Police (@WBPolice) October 9, 2020
पश्चिम बंगाल पुलिस ने कहा कि वो राज्य में क़ानून-व्यवस्था को बनाए रखने को लेकर प्रतिबद्ध है। बता दें कि पुलिस से संघर्ष के दौरान सिख व्यक्ति की पगड़ी खुलने को लेकर काफी हंगामा हुआ था और दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने इसकी तुलना 1984 सिख नरसंहार से की थी। उस दौरान की तस्वीरों को साझा करते हुए इस घटना की तुलना की जा रही थी। अब पुलिस ने इन आरोपों का जवाब दिया है।
बता दे कि भाजपा नेता प्रियांगु पांडेय के सुरक्षा गार्ड बलविंदर सिंह पर उस समय हमला हुआ, जब पश्चिम बंगाल पुलिस ने गुरुवार को कोलकाता की सड़कों पर भाजपा कार्यकर्ताओं को बेरहमी से पीटा और बड़े पैमाने पर लाठीचार्ज किया गया। भाजपा युवा मोर्चा और बीजेपी कार्यकर्ता पश्चिम बंगाल में हो रहे राजनीतिक हत्याओं के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे।
बलविंदर सेना में भी रहे हैं। उनकी पिटाई और पगड़ी खोलने का वीडियो सामने आने के बाद काफी रोष देखने को मिला। अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने वीडियो शेयर करते हुए कहा, “बंगाल पुलिस का गुंडाराज, जो सामने दिखा उसी पर डंडे बरसा दिए। सिक्योरिटी अफसर बलविंदर सिंह की पगड़ी उतारकर उन्हे सड़क पर घसीटा गया। दस्तार का अपमान सिख धर्म का अपमान। पुलिस की ऐसी गुंडागर्दी भारतीय लोकतंत्र पर कलंक।”