Friday, April 19, 2024
Homeदेश-समाजयोगी सरकार का बड़ा फैसला: कोरोना के मद्देनजर उद्योगों को मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति...

योगी सरकार का बड़ा फैसला: कोरोना के मद्देनजर उद्योगों को मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति पर लगाई तत्काल रोक

अनीता सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण प्रदेश में ऑक्सीजन की माँग तेजी से बढ़ी है। आदेश में कहा गया है कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की माँग एवं आपूर्ति की स्थिति को देखते हुए उद्योगों को मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति पर तत्काल प्रभाव से रोकने की आवश्यकता है। ताकि कोविड मरीजों के लिए ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाई जा सके।

उत्तर प्रदेश में कोरोना की बेकाबू रफ्तार पर काबू पाने के लिए योगी सरकार ने शुक्रवार को अहम फैसला लिया। बताया जा रहा है कि योगी सरकार ने कोरोना संक्रमण में ऑक्सीजन की बढ़ती माँग को पूरा करने के लिए उद्योगों को मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति पर 15 मई तक रोक लगा दी है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन आयुक्त अनीता सिंह ने गुरुवार को इस संबंध आदेश जारी कर किया है।

रिपोर्ट्स के मुताबि​क, अनीता सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण प्रदेश में ऑक्सीजन की माँग तेजी से बढ़ी है। आदेश में कहा गया है कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की माँग एवं आपूर्ति की स्थिति को देखते हुए उद्योगों को मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति पर तत्काल प्रभाव से रोकने की आवश्यकता है। ताकि कोविड मरीजों के लिए ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाई जा सके। मेडिकल ऑक्सीजन के उत्पादकों अथवा रिफिलकर्ताओं के प्लांट में उत्पादित या रिफिल किया ऑक्सीजन केवल मेडिकल अथवा अस्पतालों के लिए होगा।

आदेश में यह भी कहा गया है कि प्रदेश में ऑक्सीजन के सभी निर्माता फर्मों, रिफिलर तथा आपूर्तिकर्ताओं द्वारा ऑक्सीजन की आपूर्ति रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय (औषध विभाग) (राष्ट्रीय औषध मूल्य निर्धारण प्राधिकरण) के गजट नोटिफिकेशन संख्या काआ 3322 (अ) सितम्बर 2020 के बीते 25 मार्च को जारी आदेश के तहत निर्धारित अधिकतम मूल्य से अधिक मूल्य पर विक्रय नहीं किया जाएगा।

बता दें कि यूपी में गुरुवार को बीते 24 घंटे में 22,439 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए और 104 लोगों की मौत हुई थी। सबसे अधिक लखनऊ में कोरोना के 5,183 नए मामले सामने आए, जबकि 26 लोगों की मौत हुई थी। यह प्रदेश में अब तक का सबसे बड़ा आँकड़ा है।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

लोकसभा चुनाव 2024: पहले चरण में 60+ प्रतिशत मतदान, हिंसा के बीच सबसे अधिक 77.57% बंगाल में वोटिंग, 1625 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में...

पहले चरण के मतदान में राज्यों के हिसाब से 102 सीटों पर शाम 7 बजे तक कुल 60.03% मतदान हुआ। इसमें उत्तर प्रदेश में 57.61 प्रतिशत, उत्तराखंड में 53.64 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

कौन थी वो राष्ट्रभक्त तिकड़ी, जो अंग्रेज कलक्टर ‘पंडित जैक्सन’ का वध कर फाँसी पर झूल गई: नासिक का वो केस, जिसने सावरकर भाइयों...

अनंत लक्ष्मण कन्हेरे, कृष्णाजी गोपाल कर्वे और विनायक नारायण देशपांडे को आज ही की तारीख यानी 19 अप्रैल 1910 को फाँसी पर लटका दिया गया था। इन तीनों ही क्रांतिकारियों की उम्र उस समय 18 से 20 वर्ष के बीच थी।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe