बांग्लादेश से भारत में घुसपैठ करने की कोशिश में आए मोहम्मद मारूफ अहमद मियाँ को भारतीय खासी समुदाय के लोगों ने गोली मार दी। घटना बांग्लादेश-भारत सीमा के पास जयंतियापुर उपजिला के मिनाटिला इलाके में हुई। बताया जा रहा है कि 16 वर्षीय मारूफ अपने साथियों के साथ भारत की सीमा पार कर खासी समुदाय के सुपारी के बागान में घुसा था। हालाँकि ढाका ट्रिब्यून ने मृतक की उम्र 20 साल बताई है।
बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना गुरुवार (26 दिसंबर 2024) दोपहर करीब 3:30 बजे सीमा के 60 गज अंदर भारतीय इलाके में हुई। गोली लगने के बाद उसके साथियों ने उसे बचाकर बांग्लादेश वापस पहुँचाया और सिलहट एमएजी उस्मानी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। हालाँकि, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
मृतक की पहचान मोहम्मद शाहाबुद्दीन के बेटे मारूफ अहमद के रूप में हुई, जो बांग्लादेश के झिंगाबारी गाँव का निवासी था। घटना के बाद बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड (BGB) ने भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) के सामने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई और आरोपित भारतीय नागरिक के खिलाफ कार्रवाई की माँग की।
BGB ने कहा कि घटना के बाद फ्लैग मीटिंग आयोजित की गई, जहां उन्होंने आरोपित को सजा दिलाने की माँग उठाई। मामले की जाँच जारी है।