लोकसभा चुनाव में भारी हार के बाद कॉन्ग्रेस की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रहीं। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच तकरार लगातार बढ़ती जा रही है। इस दौरान कॉन्ग्रेस को एक और झटका लगने की ख़बर सामने आ रही है। 12 विधायकों ने सत्तारूढ तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) में शामिल होने की तैयारी कर रखी है। पिछले कुछ महीनों में कॉन्ग्रेस के कई विधायक और सासंद दूसरी पार्टियों में चले गए हैं लेकिन एक साथ 12 की संख्या इन महीनों में अब तक की सबसे बड़ी टूट है।
ख़बर के अनुसार, कॉन्ग्रेस के 12 विधायक गुरूवार को विधानसभा अध्यक्ष पी श्रीनिवास रेड्डी से मिले और TRS के साथ कॉन्ग्रेस विधायक दल के विलय को लेकर उन्हें प्रतिवेदन दिया। अधिकारियों के अनुसार, 12 विधायक कॉन्ग्रेस विधायक दल की संख्या का दो तिहाई है यानी कि उन पर दल-बदल विरोधी क़ानून प्रावधान लागू नहीं होगा।
राज्य की 119 सदस्यीय विधानसभा में कॉन्ग्रेस विधायकों की संख्या उस समय 18 रह गई थी जब पार्टी की तेलंगाना इकाई के प्रमुख उत्तम कुमार रेड्डी ने नलगोंडा से लोकसभा में चुने जाने के बाद विधानसभा की सदस्यता से बुधवार को इस्तीफ़ा दे दिया था।
तंदूर क्षेत्र से कॉन्ग्रेस विधायक रोहित रेड्डी ने नाटकीय घटनाक्रम के तहत मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे और TRS के कार्यवाहक अध्यक्ष केटी रामा राव से मुलाक़ात की और सत्तारूढ़ गठबंधन के प्रति अपनी वफ़ादारी का संकल्प लिया। कॉन्ग्रेस के क़रीब 11 विधायकों ने मार्च में घोषणा की थी कि वो TRS में शामिल हो जाएँगे। इसके अलावा कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ विधायक जी वेंकट रमन रेड्डी ने बताया कि 12 विधायकों ने राज्य के विकास के लिए मुख्यमंत्री के साथ मिलकर काम करने का फ़ैसला किया है। रेड्डी ने बताया कि उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को एक प्रतिवेदन देकर TRS में विलय करने का अनुरोध किया है।
विधायक जी वेंकट रमन रेड्डी ने कहा, “कांग्रेस विधायक दल की हमारी एक विशेष बैठक हुई। इसके 12 सदस्यों ने मुख्यमंत्री केसीआर के नेतृत्व को समर्थन दिया और वे उनके साथ काम करना चाहते हैं। हमने अध्यक्ष को प्रतिवेदन दिया और उनसे TRS के साथ हमारे विलय का अनुरोध किया।” अगर अध्यक्ष महोदय इन 12 विधायकों के अनुरोध को स्वीकार कर लें तो कॉन्ग्रेस विपक्षी दल का दर्जा खो सकती है क्योंकि उसकी संख्या केवल 6 रह जाएगी।
वहीं, तेलंगाना कॉन्ग्रेस चीफ़ एन उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि वे इस स्थिति से लोकतांत्रिक तरीके से लड़ेंगे। उन्होंने ANI से कहा, “कॉन्ग्रेस इससे लोकतांत्रिक तरीके से लड़ेगी। हम स्पीकर से मिलने की कोशिश सुबह से कर रहे हैं, लेकिन वो गुमशुदा हैं। आप लोग उन्हें ढूँढने में हमारी मदद कीजिए।”
Telangana Congress Chief N Uttam Kumar Reddy on 12 party MLAs meet Telangana Assembly Speaker, seeking a merger with TRS: Congress will fight it democratically, we are looking for the Speaker since morning, he is missing. You people help us in finding him. pic.twitter.com/pLgI1O4rUV
— ANI (@ANI) June 6, 2019
विधानसभा में हैदराबाद लोकसभा सीट से सांसद असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली AIMIM के 7 सदस्य हैं जबकि भाजपा के केवल एक। विधानसभा के लिए पिछले साल दिसंबर में हुए चुनाव में TRS ने 88 सीटें जीती थीं।